बच्चों को दी गई पर्यावरण संरक्षण की जानकारी, कार्यशाला में बोले विशेषज्ञ पर्यावरण प्रदूषण का स्वास्थ्य पर पड़ रहा सीधा असर...

Information about environmental protection given to children experts said in the workshop environmental pollution is having a direct effect on healthबच्चों को दी गई पर्यावरण संरक्षण की जानकारी, कार्यशाला में बोले विशेषज्ञ पर्यावरण प्रदूषण का स्वास्थ्य पर पड़ रहा सीधा असर...

बच्चों को दी गई पर्यावरण संरक्षण की  जानकारी, कार्यशाला में बोले विशेषज्ञ पर्यावरण प्रदूषण का स्वास्थ्य पर पड़ रहा सीधा असर...

वाराणसी,भदैनी मिरर। लक्ष्य ए सोसायटी फॉर सोशल एंड एनवायरमेंट डेवेलपमेंट संस्था द्वारा गुरुवार को पर्यावरण संरक्षण व प्लास्टिक के कचरे के दुष्प्रभावों के विषय पर कार्यशाला का आयोजन पूर्वांचल पब्लिक स्कूल में किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यालय के बच्चों में पर्यावरण संरक्षण एवं कचरों के रिसायकल के प्रक्रिया हेतु जानकारी देना था। कार्यक्रम में नेचर फाउंडेशन के सचिव सुनील सिंह धुरिया ने बच्चों को बताया की वर्तमान परिवेश में किस प्रकार से वायु प्रदूषण बहुत ही ज़्यादा पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है। जिस से की आमजन मानस के स्वास्थ्य पर इसका सीधा असर पड़ रहा है और लोग स्वास संबंधित बीमारी के शिकार हो रहे है। 

इसके बाद संस्था के परियोजना अधिकारी अंगद कुमार द्विवेदी ने कचरे की पुनर्चक्रीकरण प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यदि कचरे को उसकी प्रकृति के अनुसार अलग अलग कर के रखें तथा जब सफाई मित्र आये तब उन्हें देंगे तो वह कचरा प्रबंधन में सहायक सिद्ध होगा तथा उस कचरे को पुनर्चक्रीकरण माध्यम से उपयोग करने हेतु नए नए उपयोगी वस्तुओं का निर्माण किया जा सकता है। जैसे - टाईल्स, इण्टर लॉकिंग ईंट, टी शर्ट आदि। इसके उपरांत परियोजना कार्यकारी मनीष गुप्त ने कूडेदान की उपयोगिता में बारे बताया कि बताया कि हम सभी को अपने घरों के कूड़े कचरे को बाहर सडकों, गलियों व मोहल्लों में नही फेंकना चाहिए हमेशा कूडेदान का प्रयोग करना चाहिए। 

इसी क्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज श्रीवास्तव लक्ष्य संस्था के अन्य विभिन्न क्षेत्रों के कार्यों की सराहना किया। कार्यक्रम में लक्ष्य संस्था से अंगद कुमार द्विवेदी ( परियोजना अधिकारी) व मनीष गुप्ता ( परियोजना कार्यकारिणी) तथा विद्यालय के शिक्षकगण व बच्चों का सराहनीय योगदान रहा।