गलतफहमी में फर्जी डॉक्टर कहकर BHU ट्रामा सेंटर में पंडिताई करने वाले सुमित को पकड़ा, जांच के बाद छोड़ा...
पंडिताई करने वाले सुमित तिवारी को गलतफहमी के चक्कर में बीएचयू ट्रामा सेंटर में फर्जी डॉक्टर कहकर पकड़ लिया. पुलिस ने जांच किया तो पता चला कि वह अपने मित्र के चाचा को देखने ट्रामा सेंटर पहुंचा था.
वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के ट्रॉमा सेंटर में पूजा पाठ करने वाले 20 वर्षीय युवक को फर्जी डॉक्टर समझकर किसी ने अफवाह फैला दिया. जिसके बाद उसे पकड़कर नगवां पुलिस को सौंपा गया. जबकि युवक अपने मित्र के चाचा को देखने पहुंचा था.
जानकारी के अनुसार सुमित तिवारी निवासी मदरा, जमालपुर (मिर्जापुर) के रहने वाले है. वह अपने मित्र अनूप मिश्रा जो पेशे से पंडिताई का काम करते हैं, जिनके साथ सुमित तिवारी भी पंडिताई का काम करता है. अनूप के चाचा राजधर मिश्रा ट्रामा सेंटर में भर्ती है. जिसे देखने ट्रामा सेंटर में सुमित तिवारी आए हुए थे. सुबह-सुबह बगल में भर्ती लड़का साहुन अहमद काफी दर्द से शोरगुल कर रहा था जिसके कारण दूसरे वाले वार्ड में चले गए. सुमित लड़के से बातचीत करने लगे तो लड़के के अटेंडर उनकी मां ने पेशेंट को डराने के लिए कहा कि डाक्टर साहब आए हैं. शोरगुल न करो नही तो सूई लगवा देंगे. उसी समय सुमित तिवारी भी पेशेंट को शांत कराने के लिए बोले की आप चुप हो जाओ. बातचीत व जांच के क्रम में पता चला कि सुमित तिवारी आंशिक रूप से मानसिक असंतुलित भी प्रतीत हो रहे थे.
प्रभारी निरीक्षक लंका शिवाकांत मिश्र ने बताया कि पुलिस ने सभी पहलुओं पर जांच की है. मोबाइल की गैलरी चेक किया गया तो उसमें लोगों के घरों में पूजा पाठ कराने के वीडियो मिले. प्रकरण में अभी तक किसी तरफ से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है.