PDDU नगर में डाककर्मियों ने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, जाने क्या थी उनकी मांगे...
डाक कर्मचारियों ने कहा कि डाक विभाग के विभिन्न स्तर के कर्मचारियों की समस्याओं एवं डाक सेवाओं के सुचारू संचालन हेतु आवश्यक संसाधनों की मांग के साथ-साथ इस हड़ताल की मुख्य मांग डाक विभाग को निजीकरण करने का केंद्रीय सरकार द्वारा लिया गया निर्णय है।
पीडीडीयू,भदैनी मिरर। डाक विभाग के सबसे बड़े मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठन नेशनल फेडरेशन आफ पोस्टल एंपलाइज अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ द्वारा विभाग का निजीकरण किए जाने के खिलाफ बुधवार को देशव्यापी एक दिवसीय हड़ताल का आव्हान किया गया है। जिसके क्रम में पीडीडीयू के डाक कर्मचारियों ने भी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में 8 सूत्रीय मांगें को लेकर हड़ताल की। कर्मचारियों ने कहा कि डाक विभाग के विभिन्न स्तर के कर्मचारियों की समस्याओं एवं डाक सेवाओं के सुचारू संचालन हेतु आवश्यक संसाधनों की मांग के साथ-साथ इस हड़ताल की मुख्य मांग डाक विभाग को निजीकरण करने का केंद्रीय सरकार द्वारा लिया गया निर्णय है।
इससे न केवल डाक विभाग के कर्मचारियों का, वरन देश के लाखों एजेंट, ग्राहक एवं बेरोजगार युवाओं का भविष्य नष्ट होगा। इस हड़ताल में सभी स्तर पर डाक कर्मियों सहित साधारण जनता का हित, सुरक्षा की मांग से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा की इसके साथ ही भारतीय डाक विभाग के बचत बैंक योजना को आईपीपीबी में संभावित विलीनीकरण के खिलाफ अन्य मांगों के समर्थन में हड़ताल की गई है। इस दौरान कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी भी की।
यह रही डाककर्मियों की मांगें
1-डाकघर के समस्त योजना को IPPB मे मर्ज कर हमारे व्यवसाय को समाप्त करने की चेष्टा ना हो।
2-डाकघर के चेक से निवेश करने की कठिनाई हटे अथवा चेक बुक की व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित हो।
3- ASLAAS-5 कार्ड की अनिवार्यता समाप्त हो अथवा उसका सरलीकरण कर पर्याप्त मात्रा में महिला अधिकारिता को प्राप्त कराएं।
4- आए दिन सरवर की समस्या का हल निकले।
5- अभिकर्ता के पासवर्ड लॉक होने की निरंतर परेशानी से निजात दिलाएं डाकघर में कर्मचारी संख्या आवश्यकता के अनुरूप हो ताकि समय से शीघ्र हर काम का निष्पादन हो सके।
6-हमारे कमीशन में वृद्धि हो और डाकघर की हर बचत योजना अभिकर्ता के माध्यम से हो PPF और SCSS मैं कमीशन की बहाली हो ताकि वर्षों पहले अपनी आमदनी की छाती को रास्ते पर लाया जा सके।
7-हमारी एजेंसी का नवीनीकरण केंद्र सरकार के अधीन हो और उसे सरल बनाया जाए पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर हमारा दोहन और भ्रष्टाचार को समाप्त किया जाए।
8- 3 साल के समय सीमा को समाप्त कर सक्षम प्रयत्न एजेंसी जारी रहे।
हड़ताल में प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार श्रीवास्तव नेतृत्व कर रहे थे. सभा में इंदर सिंह ,ओंकारनाथ श्रीवास्तव, परवीन बोनकर, धर्मेंद्र सिंह, रनिताभ रंजन दुबे ,परमानंद सुरेश गौड़, विरेश कुमार, उत्तम कुमार, अजीत कुमार श्रीवास्तव, अनिल कुमार श्रीवास्तव, नवीन कुमार, एवं समस्त अभिकर्तागण सम्मिलित रहे।