कड़क मिजाज IPS सुभाष चन्द्र दुबे के अंदर है नरम दिल, यात्रा के दौरान पेश की इंसानियत की मिसाल हो रही चर्चा...
IPS Subhash Chandra Dubey has a soft heart. Humanity being discussed during the journey. कड़क मिजाज आईपीएस सुभाष चन्द्र दुबे जनता के बीच काफी लोकप्रिय है। वह जनता से सीधा संवाद स्थापित कर उनके तकलीफ को जानना उनकी खूबी है।
वाराणसी,भदैनी मिरर। वाराणसी के अपर पुलिस आयुक्त (एडिशनल सीपी) मुख्यालय और अपराध आईपीएस सुभाषचंद्र दुबे एक कड़क आईपीएस के रूप में जाने जाते है। सुभाष चन्द्र दुबे जनता से सीधा संवाद करने के लिए भी चर्चित है। उनके मिलनसार स्वभाव के कारण ही उनकी लोकप्रियता सोशल मीडिया पर अत्यधिक है। यात्रा के दौरान उन्होंने एक ऐसी मानवता पेश की जिससे उनके सह-यात्री उनकी तारीफ करने लगे। हुआ यह की, वह अपने किसी व्यक्तिगत कार्य को करने के बाद लौट रहे थे। ट्रेन से ही देर रात में देखा की प्रयागराज (इलाहाबाद) स्टेशन पर दो वृद्ध भिक्षु महिलाएं ठंड में ठिठुर रही है। उन्होंने तपाक से अपने पास रखें दोनों कम्बल और पानी का बोतल लेकर स्टेशन पर उतर गए। दोनों महिलाओं से बातचीत की और अपने दोनों कम्बल और पानी का बोतल देकर ट्रेन पकड़ ली। यह सब देकर उनके सहयात्री ने तस्वीर अपने मोबाइल से कैद की। जब सहयात्रियों ने जाना कि वह आईपीएस अफसर है तो उनकी जमकर सराहना हो रही है।
सीधा संवाद के लिए है प्रसिद्ध
वर्ष 2005 बैच के आईपीएस सुभाषचन्द्र दुबे एक कड़े अफसर है। उन्होंने अपना प्रशिक्षण लखनऊ में पूरा किया। प्रशिक्षण के दौरान ही अपराधियों पर नकेल कसने, एनकाउंटर और गुंडागर्दी पर अंकुश लगाने के लिए जनता के बीच लोकप्रिय हो गए थे। वह जिस भी जनपद में तैनात हुए वहां आम नागरिकों से सीधा संवाद करके अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए आज भी याद किये जाते है। सुभाषचन्द्र दुबे विभाग के लिए जितने सरल है उतने ही कठोर भी है। बिट सिपाही से लेकर अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों तक की सराहना करने में वह नहीं चुकतें, लेकिन गलती पर सिपाही से लेकर थानेदारों तक सामने जाने में कांपते है।
अपर पुलिस आयुक्त सुभाष चन्द्र दुबे ने संभाला कार्यभार, बोले कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखना ही ध्येय...