#हाल_ए_काशी: अंतिम संस्कार के लिए पुत्र से मांगा 15 हजार रुपये, न देने पर चिता में झोंक देने की दी धमकी, आरोपी गिरफ्तार..
वाराणसी, भदैनी मिरर। मोक्ष की नगरी काशी में अंतिम संस्कार करने वाले भी अवसर तलाश रहे है। घाटों पर शव की बढ़ी संख्या के कारण मनमाना पैसे वसूल रहे है। मंगलवार को मिर्जापुर के कच्छवां निवासी राहुल दुबे अपने कोरोना संक्रमित पिता की अंत्येष्टि के लिए आए हरिश्चंद्र घाट पहुंचे थे। यहां अंत्येष्ठि कराने वाले सिकंदर ने राहुल से 15,000 रुपए की मांग की। न देने पर धमकी दी कि नहीं दोगे तो तुम्हे भी तुम्हारे पिता की चिता में झोंक देंगे। अंत्योष्टि कराने आये युवक ने घबराकर तत्काल 15 हजार रुपए दे तो दिए, लेकिन इसकी शिकायत भेलूपुर पुलिस से की।
भेलुपुर इंस्पेक्टर ने मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी सिकंदर की तलाश शुरु करवाई। चौकी प्रभारी अस्सी दीपक कुमार रानावत जब पीतांबरपुरा हरिश्चंद्रघाट निवासी सिकंदर के उसकी अंतिम संस्कार के सामग्री वाले दुकान पर पहुंचे तो वह पुलिस को देखकर भागने लगा। चौकी इंचार्ज अस्सी दीपक कुमार रानावत और कांस्टेबल हर्षित सोनी ने घेरकर पकड़ लिया।
पुलिस की गिरफ्त में आये सिकंदर ने भागने का कारण बताते हुए स्वीकार किया कि वह बीते मंगलवार को अंतिम संस्कार (अंत्योष्टि) के लिए निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे ले लिए थे। पुलिस ने सिकंदर का चालान न्यायालय कर दिया।
घाट पर बोर्ड 7 हजार का लगा है बोर्ड
हरिश्चंद्र घाट पर शवों की अंत्येष्टि के लिए मनमाना पैसा मांगे जाने की शिकायतों के बाद डीसीपी काशी जोन के निर्देश पर इंस्पेक्टर भेलूपुर और अंतिम संस्कार कराने वाले परिवार के सदस्यों के बीच 17 अप्रैल 2021 को बैठक हुई थी। तय किया गया था कि जो सामान्य शव आएंगे, उनकी अंत्येष्टि के लिए सात कुंतल लकड़ी और अन्य खर्च सहित 5,000 रुपए लिए जाएंगे। वहीं, जो शव कोरोना संक्रमित होंगे उनकी अंत्येष्टि के लिए लकड़ी और अन्य खर्च सहित 7,000 रुपए लिए जाएंगे। इसके बावजूद हरिश्चंद्र घाट पर मनमानी जारी है और लोग रोजाना परेशान होते हैं।