व्यापारियों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर वसूली करते फर्जी फूड इंस्पेक्टर धराया, साथी फरार...

फूड इंस्पेक्टर बनकर चौबेपुर के सोनबरसा इलाके में व्यापारियों को डरा धमकाकर अवैध वसूली कर रहे एक व्यक्ति को स्थानीय लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया.

व्यापारियों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर वसूली करते फर्जी फूड इंस्पेक्टर धराया, साथी फरार...

वाराणसी,भदैनी मिरर। फूड इंस्पेक्टर बनकर चौबेपुर के सोनबरसा इलाके में व्यापारियों को डरा धमकाकर अवैध वसूली कर रहे एक व्यक्ति को स्थानीय लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पकड़े गए फर्जी फूड इंस्पेक्टर की शिनाख्त छित्तमपुर सितौड़ निवासी संजय यादव के तौर पर हुई है. गिरफ्त में आए फर्जी फूड इंस्पेक्टर के एक साथी सारनाथ निवासी नित्यांनद तिवारी की पुलिस को तलाश है.

सोनबरसा के दुकानदार राजेश कुमार जायसवाल ने बताया कि बीते दो-तीन दिन से खुद को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का फूड इंस्पेक्टर बताने वाले संजय यादव और नित्यानंद तिवारी उनकी दुकान पर आते थे. दोनों पंजीकरण और सैंपलिंग के नाम पर 2250 रुपए की मांग कर रहे थे. राजेश ने बताया कि उन्होंने क्षेत्र के अन्य दुकानदारों से बात की तो पता लगा कि उनसे भी पंजीकरण और सैंपलिंग के नाम पर 2250 रुपए प्रति दुकान के हिसाब से पैसा लिया गया है. इस पर जब उन्हें शंका हुई तो उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों से बात की. पता लगा कि संजय यादव और नित्यांनद तिवारी नाम के कोई कर्मचारी या अधिकारी वाराणसी में नहीं तैनात हैं.

शुक्रवार को संजय अकेले ही उनकी दुकान पर पैसा मांगने आया था. इस पर उन्होंने आसपास के दुकानदारों की मदद से उसे पकड़ कर पुलिस और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी. व्यापारियों की तहरीर के आधार पर चौबेपुर थाने की पुलिस दोनों जालसाजों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है.

चौबेपुर थाने पहुंचे खाद्य सुरक्षा अधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि संजय और नित्यांनद फर्जी फूड इंस्पेक्टर हैं. इनका हमारे विभाग से कोई सरोकार नहीं है. व्यापारियों ने हमें बताया है कि दोनों उनसे पैसे लेकर उन्हें रसीद भी देते थे. हमारे विभाग की ओर से रसीद वगैरह देने की कोई व्यवस्था नहीं है. सैंपलिंग का किसी व्यापारी से पैसा भी नहीं लिया जाता है. व्यापारियों की तहरीर के आधार पर चौबेपुर थाने की पुलिस दोनों जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें अदालत में पेश कर जेल भेजेगी.