वाराणसी के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक विक्रम सिंह के खिलाफ गोवा में FIR दर्ज, बेहोशी की हालत में बाथरूम में मिली थी गर्लफ्रेंड...

वॉथरूम में गर्लफ्रेंड के बेहोशी के हालत में मिलने के बाद बनारस के कार्डियोलॉजिस्ट डाक्टर अभिषेक विक्रम सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया है.

वाराणसी के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक विक्रम सिंह के खिलाफ गोवा में FIR दर्ज, बेहोशी की हालत में बाथरूम में मिली थी गर्लफ्रेंड...

वाराणसी, भदैनी मिरर। बनारस के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक विक्रम सिंह के खिलाफ गोवा में मुकदमा दर्ज किया गया है. डाक्टर अभिषेक विक्रम सिंह बनारस निवासी पूर्व मंत्री और सपा नेता वीरेंद्र सिंह के बेटे है. डाक्टर अभिषेक विक्रम सिंह अपनी गर्लफ्रेंड सारा खान के साथ गोवा की कलंगुट में पंचसीतारा होटल में रुके थे. कमरे में सारा बेहोशी की हालत में मिली थी. प्रारंभिक पूछताछ में डॉ. अभिषेक ने पुलिस को स्वीकार किया है कि दोनों ने नशीले पदार्थ का सेवन किया था.

एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज

अर्दली बाजार क्षेत्र के टैगोर टाउन स्थित इनफिनिटी केयर हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अभिषेक विक्रम सिंह  और उनकी गर्लफ्रेंड सारा खान बीती 19 नवंबर को गोवा पहुंचे. दोनों वहां से वेगेटर बीच घूमने निकले थे. गोवा पुलिस के अनुसार, डॉ. अभिषेक और सारा ने वेगेटर बीच में पार्टी के दौरान नशीले पदार्थ का सेवन किया. इसके बाद सारा को डांस के दौरान बेचैनी और उल्टी होने लगी फिर दोनों होटल चले गए. 20 नवंबर की सुबह डॉ. अभिषेक की नींद खुली तो उन्होंने सारा को बाथरूम के फर्श पर बेहोश पाया. हृदय रोग विशेषज्ञ होने के कारण उन्होंने सारा को प्राथमिक उपचार देने का प्रयास किया, लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं आया. इस पर उन्होंने होटल स्टाफ से संपर्क किया. इसके बाद सारा को कैंडोलिम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. वहां शुरुआती उपचार के बाद पणजी के पास एक निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. कलंगुट पुलिस ने कहा कि सारा फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं. डॉ. अभिषेक, सारा और एक अज्ञात ड्रग पेडलर पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने डाक्टर अभिषेक को गोवा न छोड़ने की हिदायद दी है.

मेरे बेटे ने कुछ गलत नहीं किया है

वहीं, बेटे के प्रकरण में पूर्व मंत्री और सपा नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा कि उनके बेटे ने कुछ गलत नहीं किया है. फॉर्मा कंपनी के बुलावे पर अभिषेक सहित कई अन्य डॉक्टर और अन्य लोग गोवा गए थे. वहां उस युवती की तबीयत खराब हुई तो अभिषेक उसे हॉस्पिटल ले गए और भर्ती करा कर कागजात पर अपना नाम-पता दर्ज कराए. पुलिस ने उनसे कहा है कि आपका नाम और पता दर्ज है तो युवती के होश में आने और जांच पूरी होने तक यहीं रुक जाएं. इस पर वह अपने होटल में ही रुके हैं. इसके अधिक कोई और बात नहीं है.