बोले विशेषज्ञ लॉकडाउन होना निष्क्रिय होना नहीं बल्कि नए अवसर तलाशना है...
वाराणसी/भदैनी मिरर। ब्रेथ ईजी चेस्ट फाउंडेशन फॉर ह्यूमैनिटी व ब्रेथ ईजी टी.बी, चेस्ट, एलर्जी केयर अस्पताल के संयुक्त तत्वाधान से रविवार को एक वर्चुअल चिकित्सीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे विश्व विख्यात चिकित्सकों ने वर्तमान स्थिति के सबसे गंभीर व महत्वपूर्ण विषय कोरोना व श्वांस की बीमारी पर परिचर्चा की ।
इस दौरान रेस्पिरेटरी कानक्लेव कांफ्रेंस 2021 के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेट्ररी व वरिष्ठ श्वांस एवं टी.बी रोग विशेषज्ञ डॉ. एस.के पाठक ने बताया कि भारत में छटवीं बार इस चिकित्सीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। इस वर्ष लॉकडाउन की वजह से ये कार्यक्रम वर्चुअल किया गया है। जिसका उद्देश्य चिकित्सको को गंभीर श्वांस बीमारी के प्रति नयी पद्दिती की जानकारी के बारे में अवगत कराना हैं। जिससे मरीजों को ऐसी गंभीर बिमारियों से कम समय तथा कम खर्च में आसानी से ईलाज मिल सके I
इसके साथ ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद (प्रो. एवं विभागाध्यक्ष – एरा मेडिकल कॉलेज) ने बताया कि इस चिकित्सीय संगोष्ठी का आयोजन ब्रेथ ईजी के प्रयास से एक सराहनीय कार्य हैंI यह संगोष्ठी पूर्वांचल के चिकित्सको को गंभीर श्वांस के बीमारी के प्रति अपडेट करने में सहायक होगी I
वहीं सी.एम्.सी (वेल्लोर) के जाने माने चिकित्सक डॉ. प्रिन्स जेम्स ने कोवीड वैक्सीनेशन और इसके फायदे के बारे में अवगत कराया। डॉ. ऋचा गुप्ता (सी.एम्.सी- वेल्लोर) ने कोरोना-एलर्जी-अस्थमा को कैसे पहचाने इसके बारे विश्लेषण किया I
अंत मे ब्रेथ ईजी के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एस.के पाठक ने मेडिकल एवं नॉन मेडिकल लोगो को जुड़ने के लिए धन्यवाद दिया और बताया कि लॉकडाउन होना निष्क्रिय होना नही है। हमे हर तरफ मौकों को तलाशते रहना चाहिए। सोशल डिस्टनसिंग का पालन करते हुए इस कार्यक्रम को आयोजन करना मेरे लिए व मेरे टीम मेम्बेर्स के लिए बड़ी गर्व की बात है I आशा करता हूँ भविष्य में भी हमेशा कुछ नया करता रहूँगा जिससे हम सभी का ज्यादा से ज्यादा भला हो सके I