गबन कांड: अकाउंटेंट को गिरफ्तार नहीं कर पाई पुलिस, 3.10 करोड़ की हुई रिकवरी, रिश्तेदारों पर उड़ाया है सरकारी धन...

पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम में डिस्कॉम के लेखाकार (अकाउंटेंट) केशवेन्द्र द्विवेदी के करतूतों की परतें अब खुलने लगी है.

गबन कांड: अकाउंटेंट को गिरफ्तार नहीं कर पाई पुलिस, 3.10 करोड़ की हुई रिकवरी, रिश्तेदारों पर उड़ाया है सरकारी धन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम में डिस्कॉम के लेखाकार (अकाउंटेंट) केशवेन्द्र द्विवेदी के करतूतों की परतें अब खुलने लगी है. अकाउंटेंट ने 10 करोड़ रुपए का गबन किया है. गबन पकड़े जाने के बाद अकाउंटेंट मोबाइल बंद कर भूमिगत हो गया है. शुक्रवार को उसने 10 लाख रुपए डिस्कॉम के अकाउंट में ट्रांसफर भी किए है. अब तक प्रबंधन ने 3.10 करोड़ रुपये की रिकवरी कर ली है. बाकी राशि की वापसी के लिए एकाउंटेंट को निर्देश जारी किए गए हैं. उधर, चितईपुर थानाध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि शनिवार को भी रोहनिया आलोक नगर स्थित लेखाकार के घर छापेमारी के बाद भी अकाउंटेंट पकड़ा नहीं गया है. डिस्कॉम प्रबंधन ने चार अप्रैल को पूछताछ के बाद अकाउंटेंट को छोड़ दिया था.

गबन की जांच कर रही कमेटी को मिले तीन बैंक स्टेटमेंट से पता चला है कि केशवेंद्र ने दो वर्षों के दौरान अपनी पत्नी और रिश्तेदारों के खातों में ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर किए. खास बात यह कि द्विवेदी की पत्नी भी बिजली के मुख्य अभियंता (वाराणसी जोन) कार्यालय में तैनात हैं. अभी कमेटी को चार बैंक खातों की डिटेल नहीं मिल पाई है, उसका स्टेटमेंट आने पर गबन की धनराशि बड़ी होने की उम्मीद है. लेखाकार केशवेंद्र ने दो वर्षों में कई खाते खाली कर दिए. किसी खाते में 199 तो किसी में सिर्फ 200 रुपये शेष बचे हैं. उसने सरकारी धन अपने रिश्तेदारों में लुटा दिया. बैंक स्टेटमेंट के अनुसार केशवेन्द्र ने हाल ही में अपनी पत्नी के खाते में लगभग 4.50 लाख रुपये भेजे थे. सूत्रों के अनुसार अब तक उसने पत्नी के एकाउंट में 30 लाख रुपये भेजे हैं.

मूल खबर: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में हो गया खेला! लेखाधिकारी ने गबन किए करोड़ों रुपए, एफआईआर दर्ज होते ही आरोपी की तलाश तेज...