नाटकीय ढंग से गायब अधिवक्ता बरामद, बैंक लोन न चुका पाने से रची खुद के अपहरण की साजिश, जाने पूरा घटनाक्रम...

लखनपुर (भुल्लनपुर) मंडुवाडीह निवासी अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार पटेल को मंडुवाडीह, एसओजी और सर्विलांस की टीम ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद कर लिया है.

नाटकीय ढंग से गायब अधिवक्ता बरामद, बैंक लोन न चुका पाने से रची खुद के अपहरण की साजिश, जाने पूरा घटनाक्रम...

वाराणसी, भदैनी मिरर। लखनपुर (भुल्लनपुर) मंडुवाडीह निवासी अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार पटेल को मंडुवाडीह, एसओजी और सर्विलांस की टीम ने प्रयागराज रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद कर लिया है. इसका खुलासा एडीसीपी क्राइम सरवणन टी. ने पुलिस लाइन कार्यालय में किया. पुलिस कमिश्नर ने खुलासा करने वाली टीम को 1 लाख रुपए इनाम की घोषणा की.

नाटकीय ढंग से खुद के अपहरण की साजिश रचने वाला अधिवक्ता सुरेंद्र पटेल 27 मार्च को अपने घर से कचहरी जाने के लिए निकला और रास्ते से अपने भाई के मोबाइल पर ' मेरी जान खतरे में है' मैसेज भेजा. घर से सीधे अधिवक्ता सुरेंद्र ने फुलवरिया रेलवे गेट 4 के पास गुमती के पास अपनी बाइक खड़ा कर लापता हो गया था. जिसके बाद परिजनों ने मंडुवाडीह पुलिस ने मदद मांगी. बात अधिवक्ताओं तक पहुंची तो सीएम से पुलिस की शिकायत हुई. जिसके बाद खुद पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल पीड़ित अधिवक्ता के परिजनों से मिलने घर पहुंचे और मंडुवाडीह पुलिस के अलावा सर्विलांस और एसओजी की तीन टीम गठित की.

एडीसीपी ने बताया कि सुरेंद्र पटेल ने 20 मार्च को प्लान के तहत सुरेंद्र ने ओएलएक्स से पुराना मोबाईल खरीदा और उसी दिन उसमें नया सिम लगाया लेकिन किसी से वार्ता नही की. 27 मार्च को मोबाईल (नया व पुराना) बन्द रखा. 28 मार्च को बिजनौर में नया मोबाइल ऑन किया. हरियाणा, पंजाब व गुजराज होते हुए दिनांक 4अप्रैल को मुम्बई गया. वही पर दिनांक 14 अप्रैल तक रहा और उसके बाद दिनांक 14 अप्रैल को मध्य प्रदेश आया. मध्य प्रदेश में नया मोबाईल बन्द कर पुराना मोबाईल ऑन किया गया. उसके बरामदगी हेतु महाराष्ट्र व ग्वालियर के लिए पहले से ही टीमें रवाना किया गया था. तीसरी टीम द्वारा (सर्विलांस, एसओजी व थाना मण्डुवाडीह) तकनीकी निगरानी से जनपद प्रयागराज रेलवे स्टेशन के पास से बरामद किया गया.

अधिवक्ता सुरेन्द्र पटेल ने पुलिस को बताया कि वह कई बैंकों से लोन लिया गया था, जिसकी किस्तें टूट रही थी. बैंकों द्वारा बार-बार इस सम्बन्ध में उसे फोन किया जा रहा था, जिससे तंग आ गया था. परेशान होकर सुरेंद्र पटेल ने अपना सिम बन्द कर, नया फोन व सिम लेकर गायब हो गया और अपहरण की झूठी सूचना दे दी. 

दूसरी पत्नी भी नहीं रहती है साथ

पुलिस जांच में पता चला है कि अधिवक्ता सुरेन्द्र पटेल दूसरी बार घर छोड़कर भागे है. इसके पहले भी वह 11 दिन के लिए भागे थे. दि सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुरलीधर सिंह ने कहा कि सुरेंद्र की पहली पत्नी से तलाक हो चुका है. दूसरी पत्नी भी साथ नहीं रहती है. पता चला है कि करीब साढ़े चार लाख रुपए का लोन अधिवक्ता ने लिया था, जो शेयर मार्केट में लगाया था और हार गए थे.

सर्विलांस टीम में प्रभारी सर्विलांस निरीक्षक दिनेश यादव, दरोगा अमित कुमार यादव, हेड कांस्टेबल सत्येश राय, दिवाकर वत्स, सुनील राय, कांस्टेबल पंकज, साइबर सेल विराट सिंह।एसओजी टीम से प्रभारी एसओजी दरोगा मनीष मिश्रा, दरोगा विनोद विश्वकर्मा, हेड कांस्टेबल ब्रह्मदेव, कांस्टेबल आलोक मौर्य, पवन तिवारी, रामाशंकर यादव, अंकित मिश्रा, दिनेश कुमार।थाना मंडुवाडीह से प्रभारी निरीक्षक भारत उपाध्याय, दरोगा पवन कुमार यादव, श्यामधर बिंद, सत्य प्रकाश सिंह, हेड कांस्टेबल सुनील राय, शक्ति सिंह, शत्रुघ्न सिंह, कांस्टेबल अमित तिवारी, अवनीश यादव, रणधीर सिंह, विकास कुमार, सूर्यभान सिंह।