स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का दर्शन पाकर निहाल हो रहे भक्त, खजाना पाने को लगी लंबी कतार...

दीपावली से पूर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को पड़ने वाले धनतेरस के अवसर पर काशी पुराधीश्वरी मां अन्नपूर्णा से धन-धान्य पाकर भक्तगण निहाल हो उठे।

स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का दर्शन पाकर निहाल हो रहे भक्त, खजाना पाने को लगी लंबी कतार...

वाराणसी/भदैनी मिरर। दीपावली से पूर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को पड़ने वाले धनतेरस के अवसर पर काशी पुराधीश्वरी मां अन्नपूर्णा से धन-धान्य पाकर भक्तगण निहाल हो उठे। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी माँ के दर्शन और प्रसदरूपी खजाने के लिए शनिवार की रात से ही भक्तों की लंबी कतारें लग गई थीं।  महंत शंकर पुरी ने मां की स्वंर्णमयी प्रतिमा की आरती उतारी। इसके बाद देवी का षोडशोपचार पूजन किया गया। इधर कतारों में लगे भक्त माता के उद्धघोष लगा रहे थे और उनका नाम जप रहे थे। आरती और पूजन के बाद माता के  स्वंर्णमयी प्रतिमा के दर्शन के लिए कपाट खोल दिया गया। कपाट खुलते ही पूरा मंदिर परिसर माता के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।   

वहीं मां के दर्शन के लिस आये भक्तों को गेट नंबर एक ढुंढिराज गणेश से मुख्यद्वार होते हुए दर्शन के लिए भेजा जा रहा था। राम मंदिर के रास्ते कालिका गली से निकास दिया जा रहा था। यह सिलसिला चलता रहा। 

वहीं इस वर्ष अत्यधिक भीड़ के कारण सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। भारी पुलिस बल की तैनाती थी।