हनीट्रैप में फंसे साड़ी कारोबारी का हत्याकर फेंका गया शव अदलपुर पम्प कैनाल में मिला, अपहरण के बाद हत्या करने वाले पति-पत्नी सहित तीन हो चुके है गिरफ्तार...

वाराणसी गौरीगंज (भेलूपुर) के साड़ी कारोबारी महमूद आलम को हनीट्रैप में फंसाकर अपहरण के बाद हत्याकर आरोपियों ने गंगा में फेंक दिया था. जिसका शव शनिवार सुबह चुनार के अदलपुर पम्प कैनाल में मिला है.

हनीट्रैप में फंसे साड़ी कारोबारी का हत्याकर फेंका गया शव अदलपुर पम्प कैनाल में मिला, अपहरण के बाद हत्या करने वाले पति-पत्नी सहित तीन हो चुके है गिरफ्तार...

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी गौरीगंज (भेलूपुर) के साड़ी कारोबारी महमूद आलम को हनीट्रैप में फंसाकर अपहरण के बाद हत्याकर आरोपियों ने गंगा में फेंक दिया था. जिसका शव शनिवार सुबह चुनार के अदलपुर पम्प कैनाल में मिला है. चुनार के अदलपुरा पंप कैनाल में फंसा शव मिलने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना चुनार पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे चुनार कोतवाल ने फंसे शव को बाहर निकाला तो पता चला वाराणसी से अपहरण के बाद हत्या कर फेंका गया साड़ी व्यवसायी का शव है. जिसके बाद भेलूपुर पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर चुनार पहुंच गई है. शव का पोस्टमार्टम मिर्जापुर में ही होगा.

14 जनवरी को हुआ था अपहरण

14 जनवरी 2023 को भेलूपुर के गौरीगंज निवासी साड़ी व्यापारी महमूद आलम का अपहरण किया गया था. वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने हनी ट्रैप से जुड़े इस घटना का खुलासा करते हुए  पति-पत्नी सहित तीन आरोपियों को 18 जनवरी को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों में बागबरियार बडी पियरी थाना चेतगंज निवासी अनिरुद्ध पाण्डेय उर्फ अनुराग अन्नू और उसकी पत्नी अँजली पाण्डेय उर्फ दिव्या सिंह और भर्थिया कादीपुर लिलारी भरौली थाना कोपागंज जनपद मऊ निवासी प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम को गिरफ्तार कर घटना का अनावरण किया गया था.

धन उगाही के लिए बनाई थी योजना

एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने बताया की प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम पहले साइन सिटी से जुड़ा हुआ था परंतु कंपनी के भाग जाने के बाद से वह चौक में साड़ी आदि का काम करने लगा. उसी दौरान मार्केट में अपहृत महबूब आलम के बारे में जानकारी हुई. प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान ने अपने साथी अनिरुद्ध पाण्डेय व उसकी पत्नी दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडेय के साथ मिलकर महबूब आलम का अपहरण कर पैसा वसूलने की योजना बनायी. योजना के तहत दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडेय ने महबूब आलम से मुलाकात कर लाइफ इंश्योरेंस में बीमा आदि कराने की बात कहकर परिचय किया और धीरे-धीरे फोन कॉल व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क बढ़ाया. 13 जनवरी को दाल मंडी से नया फोन खरीदा और 14 जनवरी को प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान अपनी चार पहिया लेकर अनिरुद्ध पांडेय और अंजलि को साथ लेकर बस अड्डा पहुंचा वहीं से एक फर्जी सिम खरीद कर दिव्या से फोन कराकर अपहृत महमुद आलम को बुलवाया. महबूब आलम ने किसी काम के सिलसिले में बीएचयू में होना बताया तब इन लोगों ने उसे विश्वनाथ मंदिर बीएचयू परिसर में बुलाया और वहां पहुंच कर इंतजार करने लगे, थोड़ी देर में महबूब आलम के स्कूटी से वहां पहुंचने पर दिव्या ने उसे बुलाकर एक्सयूवी में बैठा लिया. उसके बाद तीनो गाड़ी लेकर आगे बढ़े.

20 लाख की थी डिमांड

आरोपियों ने पुलिस को बताया की महबूब आलम के हाथ pपैर बांधकर अपहरण कर बीएलडब्लू चौकाघाट होते हुए रिंग रोड से जौनपुर रोड पर पहुंचे तब तक अंधेरा हो चुका था. फूलपुर बाईपास पर सुनसान स्थान पर गाड़ी रोक कर अपहृत से 20 लाख रुपयों की मांग की. उसके द्वारा इतने रुपए ना होने की बात कही तब इन लोगो के कहने पर घर से ₹8 लाख रुपये मंगाने के लिए बेटे को फोन करवाया. फोन पर महबूब आलम ने बेटे से मुश्किल में होने एवं ₹8 लाख की व्यवस्था करने की बात कही बेटे के द्वारा संदेह होने पर और जानकारी मांगी तो आरोपियों ने फोन स्वीच ऑफ करा दिया. आरोपियों ने कारोबारी से उसके एटीएम का पिन पूछ कर बाबतपुर के पास एटीएम से ₹90 हजार निकाले इसके बाद जौनपुर हाईवे पर जलालपुर केराकत होते हुए चंदवक आकर गोमती नदी में मोबाइल फोन फेका. गाजीपुर रोड से वापस लौटते हुए रिंग रोड हरहुआ मोहनसराय आखरी होते हुए चुनार के पास गंगा नदी पुल के पास पहुंचे और महबूब आलम की दुपट्टा और मोबाइल के डाटा केबल से गला कसकर हत्या कर दी और शव को चुनार गंगा पुल से नदी में फेंक कर रामनगर पहुंचे. जहां पर आरोपियों ने एटीएम से फिर ₹90 हजार निकालें. वहां से पड़ाव होते हुए पांण्डेयपुर आये जहां पर प्रवीण ने अनिरुद्ध व उसकी पत्नी दिव्या को उनसे घर पर उतारकर अपने गांव मऊ की तरफ भागा. मऊ जाते समय चिरईगांव में एटीएम से पुन: ₹10 हजार निकाले व रास्ते में एटीएम तोड़ कर फेंक दिया.