रोशनी कुशल जायसवाल और उनके परिजनों पर कार्रवाई का कांग्रेसियों ने जताया विरोध, पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर की कार्रवाई की मांग
महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने रोशनी कुशल जायसवाल और उनके परिजनों के खिलाफ हो रही कार्यवाही को अनुचित बताते हुए विरोध जताया है
वाराणसी, भदैनी मिरर। महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने रोशनी कुशल जायसवाल और उनके परिजनों के खिलाफ हो रही कार्यवाही को अनुचित बताते हुए विरोध जताया है. इसी क्रम में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और एकपक्षीय कार्रवाई पर न्याय की मांग की.
राघवेंद्र चौबे ने आरोप लगाया कि जब भी रोशनी सोशल मीडिया पर कुछ लिखती थीं, भाजपा के कार्यकर्ता सैफरॉन राजेश सिंह उन्हें धमकाते थे. रोशनी द्वारा इस पर आवाज़ उठाना उनके अधिकार का हिस्सा है. चौबे ने कहा, "क्या यह गलत है कि एक महिला अपनी सुरक्षा के लिए प्रतिकार करे?" पिछले 40 दिनों से रोशनी के पति, भाई और अन्य 5 लोग जेल में हैं, और उनके घर की कुर्की का आदेश भी दे दिया गया है. वह अपने बच्चे के साथ गुमनामी की जिंदगी जीने पर मजबूर हैं. चौबे ने सवाल उठाया, "क्या पुलिस प्रशासन चाहता है कि महिलाएं चुपचाप धमकियां सहें और प्रताड़ना सहें?"
कांग्रेस पार्टी ने यह भी बताया कि जब यह घटना घटी, तभी उन्होंने थाने में जाकर न्याय की मांग की थी. उनके दबाव के चलते सैफरॉन राजेश सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन सरकार के संरक्षण में राजेश सिंह पर कोई कार्यवाही नहीं हुई. चौबे ने कहा, "महिलाओं के खिलाफ इस तरह की धमकियों पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐलान किया है कि मुख्यमंत्री के आगामी वाराणसी दौरे के दौरान वह इस मुद्दे को उनके सामने रखेंगे. कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए कहा है कि वे न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे.
प्रतिनिधिमंडल में राघवेंद्र चौबे, सजीव सिंह, अशोक सिंह, रोहित दुबे, आशिष गुप्ता, नवीन उपाध्याय समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल थे.