लोकसभा चुनाव से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश मिश्रा का बड़ा बयान, "चाटुकारिता" सब पर भारी, बयां किया दर्द...
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच समझौता हो गया है. इन सब के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व वाराणसी से पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने पार्टी के नीतियों को लेकर सवाल खड़ा किया है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच समझौता हो गया है. यूपी में कांग्रेस को समाजवादी पार्टी ने 17 सीटें दी है. इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने पार्टी के नीतियों पर सवाल खड़े किए है. उन्होंने कहा कि आज पार्टी में निष्ठा और सिद्धांत का कोई मतलब नहीं रह गया है. "चाटुकारिता" सब पर भारी है.
यूपी में मनमाना सीट मिला
वाराणसी में वरिष्ठ नेता राजेश मिश्रा ने कहा कि यूपी में भले ही कांग्रेस को 15 ही सीट मिली होती. निश्चित तौर पर यूपी में सपा मजबूत थी तो वह ज्यादा सीटें लेती लेकिन गठबंधन का मतलब यह होता है कि जहां से पार्टी मांग रही थी वहां की सीटें मिलती. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसके लिए वह पहले ही पार्टी हाईकमान को बता चुके है.
राजनीति में 'सम्मान' का भी मतलब
बातचीत के दौरान राजेश मिश्रा का दर्द भी झलका. उन्होंने कहा कि राजनीति में विचारों के साथ "सम्मान" का भी मतलब होना चाहिए. भारत जोड़ो न्याय यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि वह यात्रा के दौरान मौजूद रहे. कहा कि बीएचयू जैसे देश की प्रतिष्ठित संस्था से राजनीति पर पीएचडी करके विचारधारा के लिए मैं कांग्रेस के साथ हूं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वर्ष 2004 में पहली बार अमेठी से नामांकन करने गए थे, वहीं से राजनीति में उनकी इंट्री हुई. उसके अगले ही दिन मैंने वाराणसी में रोड शो करवाया, अपार भीड़ से सभी रिकॉर्ड टूट गए. उन्होंने कहा सैकड़ों बार राहुल गांधी के साथ मैंने मंच और कार्यक्रम में शामिल होता रहा हूं, इस भारत जोड़ो न्याय यात्रा में राहुल गांधी के साथ गाड़ी पर यूपी प्रदेश अध्यक्ष के साथ जनरल सेक्रेटरी के आलावा अन्य कई नेता रहे, जिलों के पदाधिकारी चढ़ते रहे, लेकिन मैं पूरी यात्रा पैदल चलकर साथ रहा. मुझे गाड़ी पर नहीं बुलाया गया.
मौजूदा टीम पहुंचा रही नुकसान
देश में कांग्रेस के कम होते जनाधार के सवाल पर राजेश मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की मौजूदा टीम ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रही है. पार्टी में रोज-रोज प्रयोग हो रहे है. कहां कि राहुल गांधी ईमानदार और कर्मठ नेता है, लेकिन उन्हें उन लोगों ने घेर लिया जो डॉक्टर मनमोहन सिंह पीएम बनकर जेएनयू गए तो काला झंडा दिखाया करते थे. ऐसे लोग आज राहुल- प्रियंका के कार्यक्रम के ऑर्गनाइजर है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई संगठन है ही नही. सभी सीनियर नेताओं को घर बैठा दिया गया है. उन लोगों को आगे लाया जा रहा है जिसे कोई पहचानता नहीं है. कांग्रेस की मौजूदा हालत बेहद खराब है. कांग्रेस का संगठन खत्म हो गया है, बूथ स्तर के कार्यकर्ता नहीं बचे हैं.