सदन में राहुल गांधी के 'बजट पर हलवा' को लेकर दिए गए बयान पर BJP पिछड़ा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध, कहा- अगर राहुल गांधी में साहस है तो...

गुरुवार की सुबह लहुराबीर स्थित आजाद पार्क में भाजपा काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग मोर्चा अनूप जायसवाल के नेतृत्व में सदन में बजट के हलवा हंगामा प्रकरण पर भाजपा काशी क्षेत्र पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने विरोध जताया, कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के पोस्टर को साथ काजू-बादाम किशमिश के साथ शुद्ध भैंस के गोबर का हलवा खिलाया.  

सदन में राहुल गांधी के 'बजट पर हलवा' को लेकर दिए गए बयान पर BJP पिछड़ा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध, कहा- अगर राहुल गांधी में साहस है तो...

वाराणसी , भदैनी मिरर। गुरुवार की सुबह लहुराबीर स्थित आजाद पार्क में भाजपा काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग मोर्चा अनूप जायसवाल के नेतृत्व में सदन में बजट के हलवा हंगामा प्रकरण पर भाजपा काशी क्षेत्र पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने विरोध जताया, कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के पोस्टर को साथ काजू-बादाम किशमिश के साथ शुद्ध भैंस के गोबर का हलवा खिलाया.  

इस अवसर पर अनूप जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस, सपा सिर्फ दिखावा व छलावे की राजनीति करती हैं, जब पिछड़ों के लिए आरक्षण का सदन में प्रस्ताव वीपी सिंह जी के समय आया, तो ये कांग्रेस ने राजीव गांधी के नेतृत्व में विरोध किया और पिछड़ों व दलितों के अनेक रिपोर्ट को दशकों तक दबा कर उन्हें उनके अधिकार से वंचित कर दिया. अगर राहुल गांधी में साहस है तो अपने पार्टी में विपक्ष नेता का पद अपने पिछड़ा वर्ग के नेता को दें. वहीं अखिलेश यादव लोकसभा में दलित अवधेश पासी को पद देकर दिखाएं.  

कार्यक्रम का  नेतृत्व भाजपा काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल, संचालन ओमप्रकाश यादव बाबू, धन्यवाद धीरेन्द्र शर्मा, अखिल वर्मा, ने किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जयकिशन जायसवाल, सिद्धनाथ गौड़ अलगु, आदित्य गोयनका, मनीष चौरसिया,निर्मल, धर्मचंद, प्रदीप जायसवाल, गोपाल,शंकर जायसवाल, प्रमोद चौरसिया, किशन खत्री, प्रकाश,पप्पू, व अन्य उपस्थित रहे.

बता दें कि, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सदन में केंद्रीय बजट से पहले होने वाली 'हलवा सेरेमनी' की फोटो का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना साधा था, उन्होंने कहा था कि 'मैं ये फोटो समझाना चाह रहा हूं. ये बजट का हलवा बंट रहा है. इस फोटो में मुझे कोई ओबीसी, कोई दलित, कोई आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा. ये क्या हो रहा है. देश का हलवा बंट रहा है इसमें 73 प्रतिशत कहीं है ही नहीं.