Sawan 2024: सावन के सोमवार को निरस्त रहेंगे सभी पास, स्पर्श दर्शन रहेगा प्रतिबंधित, जाने बैठक में और क्या लिए गए निर्णय...

श्रवण मास में श्री काशी विश्वनाथ धाम में होने वाली अत्यधिक भीड़ को लेकर अफसरों के निर्देश के बाद डीसीपी सुरक्षा एवं अभिसूचना सूर्यकांत त्रिपाठी ने धाम में बुधवार को बैठक की.

Sawan 2024: सावन के सोमवार को निरस्त रहेंगे सभी पास, स्पर्श दर्शन रहेगा प्रतिबंधित, जाने बैठक में और क्या लिए गए निर्णय...

वाराणसी, भदैनी मिरर। श्रवण मास में श्री काशी विश्वनाथ धाम में होने वाली अत्यधिक भीड़ को लेकर अफसरों के निर्देश के बाद डीसीपी सुरक्षा एवं अभिसूचना सूर्यकांत त्रिपाठी ने धाम में बुधवार को बैठक की. इस दौरान अब तक हुई तैयारियों की समीक्षा के साथ ही अचूक सुरक्षा व्यवस्था, श्रद्धालुओं को सुगम एवं सुरक्षित दर्शन-पूजन कराये जाने हेतु धाम के पिनाक भवन में मंथन हुआ. इस दौरान  पुलिस अधिकारियों, मंदिर न्यास के अलावा संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.

ले जा सकेंगे केवल पूजा की सामग्री 

बैठक में निर्णय लिया गया कि श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक दर्शन-पूजन कराये जाने हेतु मजबूत बैरिकेडिंग एवं जिग-जैग की व्यवस्था की जाएगी. श्रद्धालुओं हेतु पर्याप्त पेय जल एवं छाया की व्यवस्था.

श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार के दिन श्रद्धालुओं को बैग, मोबाइल फोन, मोबाइल एसेसरीज तथा अन्य प्रतिबन्धित सामग्रियों को लेकर दर्शन हेतु न आने की अपील की जाएगी. श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार के दिन पूजा सामग्री यथा माला, फूल, प्रसाद, गंगाजल एवं दूध के अतिरिक्त कोई भी सामग्री पूर्णतया प्रतिबन्धित रहेगी.

सभी पास रहेंगे निरस्त

श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार के दिन परिसर में कोई भी लाकर सुविधा उपलब्ध नही रहेगी. श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु प्रवेश एवं निकास के मार्गो पर पर्याप्त साइनेज बोर्ड की व्यवस्था करने पर जोर दिया गया. रविवार की रात्रि 12 बजे से अग्रिम आदेश तक मैदागिन से गोदौलिया चौराहे तक नो व्हिकल जोन बनाये जाने की बात कही गई. श्रद्धालुओं हेतु परिसर में आपात चिकित्सा, खोया-पाया केन्द्र, पुलिस सहायता केन्द्र तथा पर्याप्त संख्या में लाउडस्पीकर/लाउडस्पीकर की व्यवस्था के आदेश दिए गए. श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार के दिन समस्त प्रकार के दैनिक पास निरस्त रहेंगे तथा स्पर्श दर्शन पूर्णतया प्रतिबन्धित रहेगा. श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार के दिन गणमान्य व्यक्तियों के लिए निश्चित समयावधि में प्रोटोकाल दर्शन-पूजन की व्यवस्था रहेगी.