UP पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा का पेपर आउट कराने के नाम पर ₹ 20 लाख की ठगी करने वाला बिहार का आरोपी वाराणसी से अरेस्ट, 80 ग्रुप में जुड़े थे 35 हजार लोग
उत्तर प्रदेश एसटीएफ की वाराणसी यूनिट ने पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आऊट कराने के नाम पर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार है. आरोपी हंस रंजन कुमार मुजाहिदपुर (परवत्ता) खगड़िया बिहार का रहने वाला है.
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश एसटीएफ की वाराणसी यूनिट ने पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आऊट कराने के नाम पर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार है. आरोपी हंस रंजन कुमार मुजाहिदपुर (परवत्ता) खगड़िया बिहार का रहने वाला है. आरोपी को एसटीएफ ने वाराणसी कैण्ट क्षेत्र के चर्च के पास से गिरफ्तार किया है. उनके पास से एसटीएफ ने मोबाइल, डेबिट कार्ड, डीएल, पासपोर्ट और पैनकार्ड बरामद किया है.
इंस्पेक्टर हंसराज ग्रुप नाम से चला रहा था ग्रुप
एसटीएफ के वाराणसी यूनिट को शिकायत मिली थी कि व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर ग्रुप में जोडे जाने के नाम पर महिला अभ्यर्थियों से ₹ 500 और पुरूष अभ्यर्थियों से ₹ 1 हजार यूपीआई (फोन-पे) के माध्यम से लिया रहा है. वहाट्सएप ग्रुप से जुडे अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर पैसे की मांग की जा रही है. सूचना पर इंस्पेक्टर पुनीत परिहार ने जब जांच शुरु की तो पता चला कि इस ग्रुप एडमिन ने अपना नाम ‘‘इंस्पेक्टर हंसराज ग्रुप’’ के नाम से चल रहा है. जब ग्रुप एडमिन के संबंध में और गहन छानबीन की गयी तो पता चला कि हंसरंजन कुमार यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के नाम पर ठगी कर रहा है और इसका वाराणसी में भी अभ्यर्थियों से मिलना-जुलना है. जिसके बाद सूत्रों से सूचना मिली कि वाराणसी के थाना कैण्ट के चर्च के पास आने वाला है.
80 ग्रुप में जुड़े थे 35 हजार लोग
यूपी एसटीएफ ने जांच में बताया कि गिरफ्तार हंस रंजन कुमार ने लगभग 7-8 माह पूर्व अपने मोबाइल नंबर से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये अलग-अलग लगभग 80 व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप बनाया गया था, जिसमें लगभग 35000 लोगों को इसके द्वारा जोड़ा गया था. आरोपी पता करता था कि कौन सी प्रतियोगी परीक्षा कब और कहां होनी है. इसके अनुसार उस प्रतियोगी परीक्षाओं के सम्बन्ध में एक संक्षिप्त विवरण बनाया जाता था कि प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्नपत्र जिसको चाहिए वह अभ्यर्थी उसके यूपीआई अथवा क्यूआर कोड पर निर्धारित पैसा (पुरूष-1000 व महिला 500 रुपए) भेजकर उसके व्हाट्सएप/टेलीग्राम ग्रुप का सदस्य बन सकता है. जो अभ्यर्थी उसके ग्रुप/चैनल का सदस्य रहेगा, उसे ही परीक्षा से एक दिन पूर्व प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया जायेगा. इसके उपरान्त इस संदेश के साथ अपना क्यूआर कोड सभी ग्रुपों में भेज दिया जाता था. कई अभ्यर्थी इसके झांसे में आकर इसके द्वारा भेजे गये क्यूआर कोड में इसके द्वारा बतायी गयी धनराशि भेज कर इसके ग्रुप का सदस्य बन जाते थे. परीक्षा होने के उपरान्त जो अभ्यर्थी इसको पैसा देकर ग्रुप का सदस्य बनते थे और प्रश्नपत्र न प्राप्त होने पर जब अपना पैसा वापस मांगते थे, तो उसके द्वारा टालमटोल कर दिया जाता. ऐसे ही यह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में ठगी करता था.
जैसे ही इसे जानकारी हुई उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी पद पर भर्ती हेतु माह अगस्त 2024 में परीक्षा होनी है. इसके दृष्टिगत इस परीक्षा में भी ठगी करने हेतु सक्रिय हो गया और इस परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र परीक्षा के एक दिन पूर्व उपलब्ध कराये जाने के नाम पर अपने द्वारा बनाये गये व्हाट्सएप/टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से ठगी करने लगा. इस दौरान इसने हजारों अभ्यर्थियों से लगभग ₹ 20 लाख (बीस लाख रूपये) प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर लिया जा चुका है. इसी क्रम में वह 24 अगस्त को वाराणसी आया हुआ था. गिरफ्तार आरोपी के विरुद्ध कैंट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.