सावन का पहला सोमवार: 21 यादव बंधु करेंगे काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक की परंपरा का निर्हवन, ATS-CISF समेत 2500 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात 

सावन के पहले सोमवार पर प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी यादव बंधु श्री काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में भक्तों बाबा विश्वनाथ का दर्शन को पहुंचते है. ऐसे में पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली है.

सावन का पहला सोमवार: 21 यादव बंधु करेंगे काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक की परंपरा का निर्हवन, ATS-CISF समेत 2500 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात 

वाराणसी, भदैनी मिरर। सावन के पहले सोमवार पर प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी यादव बंधु श्री काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में भक्तों बाबा विश्वनाथ का दर्शन को पहुंचते है. ऐसे में पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली है, मंदिर और श्रद्धालुओं की राह में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसी क्रम में अपर पुलिस आयुक्त एस चन्नप्पा ने पिनाक भवन में अधिकारियों संग बैठक की. 

सावन के पहले सोमवार को रुद्राभिषेक की परंपरा में यादव बंधुओं की संख्या सीमित होगी. परंपरा में 21 यादव बंधुओं को पश्चिमी गेट से गर्भगृह तक लाया जाएगा. गर्भगृह के पश्चिमी गेट से ही उन्हें जलाभिषेक करने की अनुमति दी जाएगी. दर्शन-पूजन व जलाभिषेक को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए 21 लोगों को प्रवेश मिलेगा. लालजी यादव समेत 21 यादव बंधु झंडा और डमरु के साथ सिंहद्वार से प्रवेश करेंगे. 

कोतवालपुरा ढुंढ़ीराज गणेश के रास्ते से पश्चिमी डी गेट से प्रवेश करेंगे, पश्चिमी गेट से ही गर्भगृह में दर्शन-पूजन व जलाभिषेक कराया जाएगा. एडीशनल सीपी ने स्पष्ट किया कि यादव बंधुओं के रास्ते में श्रद्धालुओं का ध्यान रखते हुए कतारबद्ध होकर दर्शन-पूजन व जलाभिषेक किया जाए. परिसर में दर्शन-पूजन के दौरान दौड़ते हुए या धक्का-मुक्की का प्रयास नही किया जाएगा, इसके लिए जगह-जगह पर अपने वालंटियर रखेंगे.

वहीं सावन में श्रद्धालुओं की सुरक्षा में एटीएस कमांडो, अर्धसैनिक बल, पीएसी और पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. सड़क किनारे 140 सीसी कैमरे अस्थायी रूप से लगाए जा रहे हैं. श्री काशी विश्वनाथ धाम और उसके आसपास के इलाके को चार जोन और 13 सेक्टर में बांटा गया है. मेला क्षेत्र में अधिकारी से सिपाही स्तर के 2500 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. इनमें 500 से अधिक महिला पुलिस अफसरों की और 200 सादे कपड़ों में तैनाती की जाएगी.

सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए चार कंपनी पीएसी और दो कंपनी सीएपीएफ के जवान तैनात रहेंगे. गंगा में एक कंपनी पीएसी बाढ़ राहत दल, एनडीआरएफ और जल पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. जेबकतरों, उचक्कों और शोहदों पर नजर रखने के साथ ही कांवड़िया शिविर की निगरानी के लिए मेला क्षेत्र में 200 महिला-पुरुष कर्मी सादे कपड़ों में तैनात किए जाएंगे.

कैमरे और ड्रोन से करेंगे निगरानी

प्रयागराज, चंदौली, भदोही, जौनपुर, आजमगढ़ और गाजीपुर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और कांवड़िया काशी विश्वनाथ धाम आएंगे। पुलिस की टीमें प्रयागराज मार्ग पर विशेष मुस्तैद रहेगी और अतिरिक्त सतर्कता बरतेगी. मोहनसराय इलाके में ड्रोन से निगरानी की जाएगी. ड्रोन की मदद से शहर में भी पुलिस निगरानी करेगी। विश्वनाथ धाम के अंदर श्रद्धालुओं के लिए जिग-जैग बैरिकेडिंग और बाहर सामान्य तरीके से बैरिकेडिंग की गई है.

बैठक में अपर पुलिस आयुक्त एस चन्नप्पा के साथ डीसीपी सुरक्षा सूर्यकान्त त्रिपाठी, डीसीपी काशी गौरव बंशवाल, मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर शम्भू शरण, ओएसडी उमेश कुमार सिंह, एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक, एसीपी सुरक्षा अंजनी कुमार राय, एलआईयू इंस्पेक्टर अर्चना शर्मा शामिल रहे.