1 लाख का इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढेर: जुलाई से STF को थी तलाश, ADG जोन वाराणसी ने बढ़ाई थी इनाम की धनराशि, पूर्व जिपं सदस्य हत्याकांड से था फरार

1 लाख का इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढेर: जुलाई से STF को थी तलाश, ADG जोन वाराणसी ने बढ़ाई थी इनाम की धनराशि, पूर्व जिपं सदस्य हत्याकांड से था फरार
मुठभेड़ में ढ़ेर इनामी बदमाश और उसके पास से मिला असलहा

वाराणसी/बलिया। जिला पंचायत के पूर्व सदस्य जलेश्वर की हत्या में वांछित वाराणसी जोन की पुलिस के लिए सिरदर्द बना बलिया के हल्दी थाना क्षेत्र के बाबूबेल निवासी हरीश पासवान को लखनऊ से आई एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया। बदमाश हरीश पासवान के ऊपर 33 मुकदमें दर्ज थे। जिपं के पूर्व सदस्य की हत्या के बाद पुलिस के साथ ही एसटीएफ को उसकी सरगर्मी से तलाश थी। पुलिस के अनुसार हरीश पासवान अंतरप्रांतीय बदमाश है। उसके खिलाफ बलिया के अलावा झारखंड व छत्तीसगढ़ में कुल करीब 32 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या के 8 मुकदमें दर्ज थे। 

बलिया में होने की सूचना पर पहुंची थी एसटीएफ

मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर तैनात एसटीएफ के जवान

लखनऊ एसटीएफ को शुक्रवार को हरीश पासवान के रसड़ा क्षेत्र में मौजूद होने की सूचना मिली तो लखनऊ से आई एसटीएफ की टीम ने उसकी घेरेबंदी की। रसड़ा थाना अंतर्गत नीबूचट्‌टी मोड़ पर खुद को घिरता देख हरीश ने फायरिंग की लेकिन जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया।  हरीश पर घोषित इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर गुरुवार को ही वाराणसी के एडीजी जोन बृज भूषण ने 1 लाख रुपए की थी।

यह भी पढ़े: दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर और पूर्व जिपं सदस्य को गोली मारकर की हत्या, साथी घायल SP बलिया बोले...

मुठभेड़ में मार गिराया गया एक लाख का इनामी बदमाश हरीश पासवान (फ़ाइल फोटो)

2004 में दर्ज हुआ था पहला मुकदमा

मुठभेड़ में ढ़ेर बदमाश हरीश पासवान का आपराधिक इतिहास

सफेदपोशों के संरक्षण में रहने वाले अंतरप्रांतीय बदमाश हरीश के खिलाफ पहला मुकदमा लूट सहित अन्य आरोपों में साल 2004 में दर्ज किया गया था। उसके खिलाफ बलिया के अलावा बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 33 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या के 8 मुकदमे शामिल हैं।
7 जुलाई 2021 को बलिया जिले के बैरिया थाना अंतर्गत नगर पंचायत बैरिया पश्चिम टोला निवासी जलेश्वर सिंह उर्फ बलवीर सिंह की हत्या की गई थी। इस वारदात में नामजद हरीश तभी से फरार चल रहा था। हरीश पर घोषित इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपए करने की संस्तुति हाल ही में डीआईजी रेंज आजमगढ़ अखिलेश कुमार ने की थी।