काशी और तमिलनाडु की संस्कृति ही नहीं दोनों राज्यों के उत्पाद में भी समानता: सीएम योगी
काशी तमिल संगमम के समापन सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक माह तक चले कार्यक्रम की महत्ता बताई.
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर व दक्षिण के रिश्ते की प्रगाढ़ता के लिए 17 नवंबर से बीएचयू के एंफीथिएटर मैदान में चल रहे काशी-तमिल संगमम् का शुक्रवार को संकल्पों के साथ समापन हुआ. इस अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने लोगों को एक भारत-श्रेष्ठ भारत का संदेश दिया.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वणक्कम काशी व हर-हर महादेव के उद्घोष से लोगो का स्वागत करते हुए कहा कि काशी तमिल संगमम का शुभारंभ काशी के भूमि से हुआ. उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगमम ने काशी में एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार कर दिया है. उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन के लिए काशी को चुना जाना उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी बात है. इस आयोजन में जिस तरह से काशीवासियों ने सहभागिता किया वो प्रशंसनीय है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है और तमिलनाडु भी इन सभी समानताओं को लेकर कला, संस्कृति, ज्ञान की उस प्राचीनतम परंपराओं का नेतृत्व करता है. इन दोनों परंपराओं का काशी तमिल संगमम के माध्यम से अद्भुत संयोग एक नए संगम का निर्माण करता है, जो एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करता है. तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों से अनेकों समूहों में आकर वहां के लोगों ने सभ्यता एवं संस्कृति के दृष्टि से प्रधानमंत्री की परिकल्पना एक भारत श्रेष्ठ भारत को देखा.
उन्होंने कहा की कार्यक्रम के दौरान विगत एक माह में तमिलनाडु से आए लोगों ने काफी नजदीक से यहां के सभ्यता व संस्कृति को देखा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी के साथ-साथ कला व संस्कृति का अद्भुत केंद्र रहा है. उन्होंने कहा कि काशी-तमिल संगमम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दो प्राचीन परंपराएं एक साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "एक भारत श्रेष्ठ भारत" के परिकल्पना को साकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं तमिलनाडु में काफी समानताएं हैं. प्रधानमंत्री के आत्म निर्भर भारत के परिकल्पना को साकार करने में उत्तर प्रदेश एवं तमिलनाडु में अनेकों समानताएं हैं. ओडीओपी के तहत "एक जनपद एक उत्पाद" के तहत दोनों प्रदेशों के उत्पादों में भी अनेक समानताएं हैं. आत्मनिर्भर भारत के परिकल्पना को साकार करने में दोनों प्रदेशों के उद्यम में भी एकरूपता है. काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के कारण काशी पूरे दुनिया में दिद्वयान हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने "काशी-तमिल संगमम" में तमिलनाडु से आए लोगों से अपील करते हुए कहा कि तमिलनाडू के विभिन्न क्षेत्रों से लोगों को काशी आने के लिए वह प्रेरित करें.