PM मोदी-CM योगी- लता मंगेश्कर- मालिनी अवस्थी सहित काशी से लोगों ने दी पद्मभूषण राजन मिश्र को श्रद्धांजलि, पढ़े किसने क्या लिखा...
वाराणसी, भदैनी मिरर। चार सौ साल से बनारसी घराने की विरासत को संभालकर देश-दुनिया में अपनी गायकी से पहचान बनाने वाले पद्म भूषण पंडित राजन मिश्र के निधन के बाद पूरे देश से लोग श्रद्धांजलि दे रहे है। हर व्यक्ति उनके साथ की यादों को साझा कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ और लता मंगेश्कर ने भी दुख जताया है। इसके अलावा बनारस घराने के कलाकार मर्माहत है, मालिनी अवस्थी, महंत श्री संकटमोचन और पं. राजेश्वर आचार्य ने भी भावुक श्रद्धांजलि दी है।
शास्त्रीय गायन की दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले पंडित राजन मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख पहुंचा है। बनारस घराने से जुड़े मिश्र जी का जाना कला और संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री (भारत)
सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पद्म भूषण पंडित राजन मिश्र जी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है। उनका निधन शास्त्रीय संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति व परिजनों को यह दुःख सहने की क्षमता प्रदान करें। योगी आदित्यनाथ (सीएम, यूपी)
बहुत गुणी शास्त्रीय गायक पद्मभूषण, संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित पंडित राजन मिश्र जी के निधन से मुझे बहुत दुख हुआ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। मेरी संवेदना उनके परिवार के साथ है। - लता मंगेश्कर
काशी फिर सूनी हो गई। जैसे असाधारण कलाकार,वैसा ही उदार गुरु व्यक्तित्व! चार दशकों की स्मृतियों की सुरीली धरोहर को अपने से कैसे अलग करूँ। पंडित राजन मिश्र जी का जाना भारतीय संगीत की अपूरणीय क्षति है। मेरे बड़े भाई आज मुझसे बिछुड़ गए, शत शत नमन पंडित जी को। बाबा विश्वनाथ उन्हें सदगति प्रदान करें। - मालिनी अवस्थी
हम सभी मर्माहत हैं, विदेशों में संगीत की निष्ठा और प्रतिष्ठा को प्रमाणित करने वाले पं राजन मिश्र वाराणसी भारत वर्ष की शान रहे है। विश्वास नहीं हो रहा कि अकस्मात ही चले जायेंगे, अपूरणीय क्षति हुई है। इस श्रेष्ठतम कलाकार, गायक भावपूर्ण संगीत शास्त्रीय के जाने से। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। वर्षो के अंतराल के बाद ऐसे शास्त्रीय गायक जन्म लिया करते हैं। भारतवर्ष और विश्व को बहुत बड़ी क्षति हुई है। - पद्मविभूषण राजेश्वर आचार्य
हर वर्ष श्री संकटमोचन संगीत समारोह में उनकी उपस्थिति और सम्पूर्ण देश में उनका बनारस घराने का प्रतिनिधित्व हमेशा याद आएगा।कोरोना के संकटकाल के दौरान राजन जी का अचानक जाना ,बनारस घराने की गायकी और संगीत जगत को गहरा आघात लगा।निःशब्द हूँ, दुखद बहुत दुखद। -प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र, महंत श्री संकटमोचन मंदिर वाराणसी