#WorldNotobaccoDay: हुक्मरानों की बेखबरी से हुक्के का छल्ला उड़ा रहे युवा, 35 प्रतिशत भारतीयों पर हावी है नशा...
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हर व्यक्ति तंबाकू छोड़ने की नसीहत दे रहा है, लेकिन काला सच यह है कि बड़े शहरों में रिश्तो की आड़ में हुक्का पार्लर चलाए जा रहे हैं. युवा इसके आदि हो रहे हैं, यह सब हुक्मरानों की बेखबरी का नतीजा है.
वाराणसी,भदैनी मिरर। हुक्मरानों के बेखबरी का नतीजा है की कमिश्नरेट से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक नशे का व्यापार तेजी से फैलता जा रहा है। एक तरफ जिले का स्वास्थ्य विभाग तंबाकू छुड़ाने पर जोर दे रहा है तो दूसरी ओर लंका, भेलूपुर, सिगरा जैसे पार्श इलाके में चल रहे रेस्टुरेंट की आड़ में हुक्का पार्लर युवाओं को खुलेआम नशे का आदि बना रहे हैं। एक दो नहीं बल्कि एक एक क्षेत्र में दर्जनों हुक्का पार्लर के संचालक कानून व्यवस्था को तो ठेंगा दिखा ही रहे हैं, साथ ही यंगेस्टर को नशे की दलदल में धकेल रहे हैं। सूत्र कहते हैं की एक दो बार नहीं कइयों बार खबरनवीशो और खुफिया विभाग ने इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन से लेकर उच्चाधिकारियों को साझा की लेकिन समय–समय पर सेवा भाव के नाम से हरी पत्ती भरे लिफाफे के सामने सभी नियम कानून बौने पड़ जाते हैं।
बाहर से बनारस आकर शिक्षा लेने वाले ज्यादातर छात्र गलत संगत में हुक्का पार्लर की ड्योढ़ी तक पहुंच जाते हैं। एक दो बार चिल मारने के बाद खुमारी इतनी चढ़ जाती है कि हुक्के के छल्ले के साथ अपने भविष्य और मां–बाप के अरमान उड़ाने लगते हैं। समय–समय पर खबर चलने के बाद दिखावे के लिए जांच भी की जाती है, तो नतीजा हर बार की तरह शून्य ही पाया जाता है। इस धंधे को संचालित करने वाले भी युवा ही हैं, यदि इन पर अभी लगाम नहीं लगाया जाता है तो यह तय है की आगे आने वाले समय में यह घातक सिद्ध होंगे।
यह है नशे को लेकर देश की परिस्थिति
ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे (गैट्स) 2009-10 के अनुसार, करीब 35 प्रतिशत भारतीय किसी न किसी प्रकार से तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं। इनमें 47 प्रतिशत पुरुष और 20.2 प्रतिशत महिलाएं हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल दुनिया भर में लगभग 80 लाख लोगों की तंबाकू के सेवन से होने वाले रोगों की वजह से मौत हो जाती है। उन मौतों में से 7 मिलियन से अधिक प्रत्यक्ष तंबाकू के उपयोग का परिणाम हैं, जबकि लगभग 1.2 मिलियन धूम्रपान न करने वालों के दूसरे हाथ के धुएं के संपर्क में आने का परिणाम हैं।
दुनिया के 1.3 बिलियन तंबाकू उपयोगकर्ताओं में से 80% से अधिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं। 2020 में, वैश्विक आबादी का 22.3%, सभी पुरुषों का 36.7% और दुनिया की 7.8% महिलाओं ने तंबाकू का इस्तेमाल किया।