वाराणसी: पत्रक देने सैकड़ों की संख्या में CMO कार्यालय पहुंचे सिक्योरिटी गार्ड, बोले - खा रहे दर-दर की ठोकर

आठ महीने में ही ड्यूटी से हटाए जाने के बाद सैकड़ों की संख्या में सिक्योरिटी गार्ड मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) दफ्तर पर मुलाकात करने पहुंचे.

वाराणसी: पत्रक देने सैकड़ों की संख्या में CMO कार्यालय पहुंचे सिक्योरिटी गार्ड, बोले - खा रहे दर-दर की ठोकर

वाराणसी, भदैनी मिरर। आठ महीने में ही ड्यूटी से हटाए जाने के बाद सैकड़ों की संख्या में सिक्योरिटी गार्ड मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) दफ्तर पर मुलाकात करने पहुंचे. सिक्योरिटी गार्ड का आरोप है कि उन्हें ड्यूटी ज्वाइन करने के आठ महीने से भीतर ही हटा दिया जाता है. हटाए जाने का आदेश भी व्हाट्सअप पर मैसेज के माध्यम से मिला. आरोप है कि शुक्रवार को कबीरचौरा में वह अधिकारियों से मिलने पहुंचे तो उन्हें डांटकर भगा दिया गया. बताया कि 125 लोगों से रोजगार छीना गया है.

मीडिया से बातचीत में गार्डों ने आरोप लगाया कि बिना उन्हे कोई कारण बताएं ही ड्यूटी समाप्त कर दी गई है, जबकि भर्ती के समय उन्हें 5 साल के लिए भर्ती होने की बात कही गई थी. सीएमओ कार्यालय पहुंचे सिक्योरिटी गार्ड का कहना था कि उन्हें जीटीपीआईएल कंपनी द्वारा भर्ती किया गया था. उन्होंने बताया कि इस कंपनी का ऑफिस लखनऊ के हजरतगंज में हैं. जहां पर इन्हे भर्ती किया गया था. यह गार्ड वाराणसी के चार प्रमुख सरकारी अस्पतालों में तैनात थे.

आखिर कैसे पालेंगे परिवार 

सीएमओ कार्यालय पहुंचे कार्यमुक्त किए गए सिक्योरिटी गार्ड का कहना था कि कोई भी अधिकारी उनकी सुनने को तैयार नहीं है. ऐसे में आखिर वह अपने परिवार का भरण-पोषण कैसे करें. उनका कहना है कि हम लोग जगह-जगह फरियाद कर रहे हैं मगर हमारी फरियाद को सुनने वाला कोई नहीं है. हमें भगा दिया जा रहा है.