वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने चंदौली में नीलगिरी इंफ्रासिटी की जमीन की कुर्क, पुलिस कमिश्नर बोले शाइन सिटी की भी तैयार हो रही कुंडली...

वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की कार्यवाही नीलगिरी के विरुद्ध लगातार जारी है. सिगरा और चेतगंज पुलिस ने चंदौली के मुंगलसराय की जमीन भी कुर्क कर दी.

वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने चंदौली में नीलगिरी इंफ्रासिटी की जमीन की कुर्क, पुलिस कमिश्नर बोले शाइन सिटी की भी तैयार हो रही कुंडली...
मुंगलसराय में जमीन कुर्क कर बोर्ड लगवाते पुलिसकर्मी।

वाराणसी,भदैनी मिरर। जमीन, प्लॉट, गोल्ड और टूर पैकेज में निवेश कराकर धोखाखड़ी करने वाली कंपनी नीलगिरी इंफ्रासिटी के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। वाराणसी के बाद अब सिगरा और चेतगंज पुलिस ने चंदौली जाकर डुगडुगी पिटवाई। रविवार को फर्जी कंपनी के सीएमडी विकास सिंह और मैनेजर प्रदीप यादव के नाम से ली गई चंदौली के मुगलसराय की जमीन पुलिस ने जब्त कर ली। जानकारी के मुताबिक, मैनेजर और सीएमडी की 1.62 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई।

चंदौली में हुए कार्रवाई के दौरान सिगरा पुलिस और चेतगंज पुलिस ने आरोपियों की जमीन पर डुगडुगी बजवाते हुए जब्त करने की कार्रवाई की। इसके पहले भी तहसील राजातालाब के थाना रोहनिया के ग्राम दरेखू, तहसील पिंडरा के थाना बड़ागांव के ग्राम सिसवा रामपुर में भी जब्तीकरण की कार्रवाई हो चुकी है।

बता दें कि चेतगंज थाने में सीएमडी विकास सिंह एमडी रितु सिंह, मैनेजर प्रदीप यादव और पलाश मिश्रा के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। चारों वर्तमान में जिला जेल में निरुद्ध हैं।

शाइन सिटी के प्रॉपर्टी की भी बन रही सूची

जमीन, प्लॉट, सोने में निवेशकों का पैसा निवेश कर फ्रॉडगिरी करने वाली शाइन सिटी कंपनी के प्रॉपर्टी की भी सूची तैयार हो रही है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया की एडीसीपी प्रबल प्रताप सिंह को टास्क दिया गया है की वह शाइन सिटी फ्रॉड मामलेंं में कंपनी के नाम दर्ज भूमि की पड़ताल कर चिन्हित करें। सीपी ने कहा की जो लोड इन जमीनों की खरीद-फरोख्त में लगे हैं उन पर भी कार्रवाई सुनिश्चित होगी। कमिश्नरेट पुलिस टीम फ्रॉड इन्वेस्टमेंट कंपनी एवं माफिया तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई लगातार जारी रखेगी।

बता दें की कंपनी के एमडी आशिफ नसीम को लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। शाइन सिटी के ऊपर वाराणसी में 80 और लखनऊ के गोमतीनगर में 300 से ज्यादे मुकदमें पंजीकृत है। इस मामलें की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) कर रही है।