#Photos: लगाई गई ट्रेन की बोगी में आग, रेल दुर्घटना की सूचना पर दौड़े अफसर, स्क्रिप्ट तैयार कर हुआ बनारस स्टेशन पर मॉकड्रिल

#Photos: लगाई गई ट्रेन की बोगी में आग, रेल दुर्घटना की सूचना पर दौड़े अफसर, स्क्रिप्ट तैयार कर हुआ बनारस स्टेशन पर मॉकड्रिल
मॉकड्रिल के दौरान रेस्क्यू करके यात्री को प्राथमिक उपचार के लिए ले जाते।

वाराणसी,भदैनी मिरर। रेल में आग लगने जैसी आपात स्थिति में यात्रियों की जान कैसे बचाये इसके लिए बुधवार को राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (NDRF) की अगुवाई में पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल, जिला वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के अन्य हितधारकों ने संयुक्त रूप से रेल दुर्घटना पर एक मेगा मॉकड्रिल किया। बुधवार को जब अचानक एक बोगी से आग की लपट दिखाई देते ही अफसर से लगातार एनडीआरएफ, आरपीएफ के जवान सूंघी कुतिया लिए दौड़ने लगे यात्री सहम गए। उन्हें बताया गया कि कोई हादसा हुआ नही है बल्कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण मुहिम के तहत रेलवे स्टेशन पर ट्रेन हादसों के दौरान राहत व बचाव के लिए मॉकड्रिल किया जा रहा है। 

तैयार की गई पूरी स्क्रिप्ट

NDRF के उप कमांडेंट अभिषेक कुमार राय के नेतृत्व में मॉकड्रिल के लिए ट्रेन दुर्घटना पर एक परिदृश्य तैयार किया गया। एक ट्रेन हादसे के दौरान कुछ यात्री अंदर फंस गए। इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को घटना के बारे में सूचित किया गया, जिसने NDRF के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को रेस्क्यू के लिए सूचित किया। NDRF की टीम के पहुंचने से पहले मामूली रूप से पीड़ितों को सुरक्षित निकाल लिया गया। घटनास्थल पर पहुंचने पर NDRF की टीम ने प्रारंभिक आकलन किया और ऑपरेशन का बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए और रेक्स्यू ऑपरेशन शुरू किया।

ट्रेन डब्बों को काटकर यात्रियों को बचाया

NDRF की टीम ने कटिंग टूल्स और उपकरणों का इस्तेमाल कर ट्रेन के डिब्बों में कटिंग कर गंभीर रूप से फंसे पीड़ितों को रस्सी बचाव तकनीक के माध्यम से बचाया। इसी बीच एक पैसेंजर बोगी में भीषण आग लग गई जिसे फायर ब्रिगेड ने बुझाया और प्राथमिक उपचार देने के बाद सभी पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस पूरे अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम (IRS) के दिशा-निर्देशों पर जोर दिया गया और इसका पालन किया गया। मॉकड्रिल का उद्देश्य हितधारकों के बीच समन्वय बनाना और उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता की जांच करना और प्रतिक्रिया तंत्र की जांच करना और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्य को परखना था। 

यह लोग रहे उपस्थित
इस अभ्यास में डीआरएम, एडीआरएम, डीडीएमए, आरपीएफ, एडीएसओ, एआरटी एवं अन्य पूर्वोत्तर रेलवे शाखा के अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी, राजस्व, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवा, पीएसी, स्काउट गाइड, नेहरु युवा केंद्र, पीडब्ल्यूडी, होमगार्ड, आरटीओ, नगर निगम, गैर सरकारी संगठन, मीडियाकर्मी और स्थानीय लोगों ने भाग लिया।