World Hepatitis Day : BHU के गैस्ट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वी के दीक्षित बोले लीवर कैंसर का सबसे बड़ा कारण हेपेटाइटिस, अभी भी 5 फीसदी तक है संक्रमित मरीज
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के गैस्ट्रोलॉजी विभाग की ओर से मरीजों के हेपेटाइटिस बी एवं सी का निःशुल्क जाँच की गयी.
वाराणसी,भदैनी मिरर। विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर बीएचयू में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के गैस्ट्रोलॉजी विभाग की ओर से मरीजों के हेपेटाइटिस बी एवं सी का निःशुल्क जाँच की गयी। इसमें हेपेटाइटिस बी एवं सी पॉजिटिव मरीजों को निःशुल्क दवा का वितरण किया गया।
हेपेटाइटिस मुक्त भारत का उद्देश्य
इस अवसर पर गैस्ट्रोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. वी. के. दीक्षित ने बताया की गैस्ट्रोलॉजी विभाग अन्तर्गत हेपेटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी से लोगों को बचाने व इसके प्रति जागरूक करने के लिए 'नेशनल वाइरल हेपेटाइटिस कन्ट्रोल प्रोग्राम 14 सितम्बर 2020 से संचालित किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत निःशुल्क जाँच एवं वायरल लोड टेस्ट एवं निःशुल्क दवा का वितरण लगभग 3200 लोगों को किया गया है। भारत सरकार द्वारा संचालित इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य (BRINGING HEPAPATITIS CARE CLOSURE TO YOU) 2030 तक हेपेटाइटिस मुक्त भारत करना है।
4 से 5 प्रतिशत हैं अब भी संक्रमित
प्रो दीक्षित ने बताया की विभाग द्वारा संचालित प्रोग्राम के अन्तर्गत हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव 2596 मरीज पंजीकृत हैं, जबकि हेपेटाइटिस सी के पॉजिटिव मरीज 597 हैं। हेपेटाइटिस बी में चिकित्सको के प्रयास से अब तक दो मरीज उपचार के उपरान्त निगेटिव हो चुके हैं। जबकि हेपेटाइटिस सी के 265 निगेटिव हो चुके हैं। उन्होंने बताया की यह एक खतरनाक बीमारी है इसका पहले इलाज संभव नहीं था जिसकी वजह से लगभग 200 मिलियन लोग इससे संक्रमित रहते थे और अब इलाज संभव है लेकिन आज भी इससे लगभग 4 से 5 प्रतिशत लोग इससे संक्रमित हैं।
लीवर कैंसर का सबसे बड़ा कारण है हेपेटाइटिस
प्रो दीक्षित ने बताया है आज भी लोगों में इसके संक्रमण का खतरा लोगों में इसके प्रति जागरूकता की कमी है और यह जेनेटिक भी होता है जैसे गर्भवती मां से बच्चे को होना, इसके अलावा टैटू बनवाना, कान छिदवाना, सड़कों पर शेविंग करवाना, फिजिकल कॉन्टैक्ट, बिना डिस्पोजेबल सिरिंज का उपयोग करना आदि। इसके अलावा यह लिवर कैंसर का भी सबसे बड़ा कारण होता है।
हेपेटाइटिस के लक्षण
प्रो दीक्षित ने बताया की गहरी थकान, भूख न लगना, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, जोड़ो में दर्द, पीलिया, पेट में पानी आना, पैरों में सूजन आदि हेपेटाइटिस के लक्षण है।। ऐसे लक्षण दिखते ही तत्काल अपने नजदीकी चिकित्सक की सलाह लें।
इनकी याद में मनाते हैं हेपेटाइटिस दिवस
प्रो दीक्षित ने बताया की वैज्ञानिक ब्लूमगर ने वर्ष 1965 में हेपेटाइटिस बी की खोज की थी इसलिए उनके सम्मान व उनकी याद में हेपेटाइटिस दिवस मनाते हैं
पत्रकारवार्ता को गैस्ट्रोलॉजी विभाग के डॉ० सुमित कुमार शुक्ला, डॉ० डी०पी० यादव, डॉ० अनुराग तिवारी, डॉ० विनोद कुमार, तथा डॉ० ब्रजेश कुमार पाण्डेय ने सम्बोधित किया।
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