यह शख्स देना चाहता था वाराणसी कांग्रेस के खिलाफ धरना, पुलिस बैठा ली थाने पर...

यह शख्स देना चाहता था वाराणसी कांग्रेस के खिलाफ धरना, पुलिस बैठा ली थाने पर...

वाराणसी, भदैनी मिरर। खोजवां निवासी कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता रहे अविनाश मिश्रा प्रियंका गांधी के गुजरते काफिले के सामने लंका स्थित मालवीय चौराहे पर वाराणसी कांग्रेस के खिलाफ धरना देना चाहता था। लेकिन अविनाश मिश्रा ने इसकी जानकारी पहले ही फेसबुक पर साझा कर दी, जिसके बाद लोकल इंटेलिजेंट पुलिस (एलआईयू) की सूचना पर लंका पुलिस चौकन्नी हो गई। जैसे ही तख्ती लेकर अविनाश मिश्रा लंका पहुंचे पुलिस उन्हें थाने उठा ले गई, जरुरी कार्यवाही के बाद प्रियंका गांधी का काफिला गुजरने के काफी घंटो बाद छोड़ दी।

अविनाश मिश्रा ने बताया कि वह वाराणसी जिला एवं शहर कांग्रेस में व्याप्त जबरदस्त गुटबाजी अंतर्कलह से दुःखी है। विगत 4 जुलाई को कांग्रेस के इंग्लिशिया लाइन कैम्प कार्यालय में बड़े बुजुर्गों एवं सम्मानित कांग्रेस नेताओं का शहर कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा अपमान किया गया। उसका विरोध करने पर जिस तरह भगवान द्वारा बनाये गए मेरे चेहरे का सोशल मीडिया पर खुलकर सुनियोजित तरीके से उपहास उड़ाया गया उससे दुःखी होकर हम कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिए।

आरोप है कि अविनाश मिश्रा 4 जुलाई को ही पार्टी के उच्चाधिकारियों को इस घटना की सूचना भी दे दी, लेकिन इसके बावजूद कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई वाराणसी महानगर कांग्रेस के पदाधिकारियों के खिलाफ नही की गई। जिससे यह साफ हुआ की पार्टी में बडे बुजुर्गों का सम्मान खत्म हो चुका है। अविनाश मिश्रा ने कहा कि 10 वर्ष तक पूरी ईमानदारी निष्ठा एवं बेदाग क्षवि से पार्टी के साथ काम किया, लेकिन अपमान बर्दाश्त नहीं है। इन्ही कारणों से मैं धरना देना चाहता था।