CP के हाथों प्रशस्ति पत्र पाकर गदगद हुए पुलिसकर्मी : अन्य राज्यों में घुसकर शाइन सिटी के जालसाजों को किया था गिरफ्तार, जाने कब किसकी हुई थी गिरफ्तारी...

फ्लैट, जमीन और आकर्षण उपहार के नाम पर पूरे उत्तर प्रदेश में अरबों रुपए की ठगी करने वाली कंपनी शाइन सिटी को लेकर शासन सख्त है। कंपनी का सीएमडी पांच लाख का इनामिया राशिद नसीम दुबई में छुपा है, जबकि उसका भाई और कंपनी का एमडी पांच लाख के इनामिया आसिफ नसीम को लखनऊ कमिश्नरेट ने इलाहाबाद (प्रयागराज) से गिरफ्तार कर लिया था।

CP के हाथों प्रशस्ति पत्र पाकर गदगद हुए पुलिसकर्मी : अन्य राज्यों में घुसकर शाइन सिटी के जालसाजों को किया था गिरफ्तार, जाने कब किसकी हुई थी गिरफ्तारी...
अपने हाथों से सम्मान देते सीपी ए. सतीश गणेश।

वाराणसी, भदैनी मिरर। अरबों की ठगी करने वाले शाइन सिटी कंपनी से जुड़े जालसाजों को अन्य राज्यों से गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कमिश्नर के हाथों सम्मान पाकर टीम में शामिल निरीक्षक, उप निरीक्षक और कांस्टेबल गदगद दिखे। सम्मानित होने वाली पुलिस टीम में दो महिला आरक्षी भी शामिल थी, उनका कहना था कि हम तो केवल ड्यूटी करते है, जब किसी विशेष टास्क के लिए हमारे उच्चाधिकारी हमारी पीठ थपथपाते है तो यह लगता है कि सच मायने में हमनें कुछ बेहतर किया है।

शाइन सिटी प्रकरण में बेहतरीन काम करने वाली पुलिस टीम के साथ कमिश्नर ए. सतीश गणेश

सबसे पहले मुश्ताक आया था गिरफ्त में

हाईकोर्ट से फटकार मिलने के बाद शासन ने कंपनी से जुड़े जालसाजों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने खुद मॉनिटरिंग करते हुए अलग-अलग टीमें गठित की। एक तरफ शासन ने इनाम घोषित किया तो दूसरी तरह कमिश्नरेट पुलिस ने बिहार के सीवान से मुश्ताक आलम को धर दबोचा। सिगरा थाने के क्राइम टीम प्रभारी प्रकाश सिंह की टीम द्वारा पहली गिरफ्तारी के बाद हौसलाअफजाई हुआ और गिरफ्तारी का सिलसिला शुरु हुआ।

कोलकाता, राजस्थान और झारखंड से हुई गिरफ्तारियां

टीम का हौसला इतना बढ़ा की कमिश्नर के नेतृत्व में पुलिस टीम दूसरी गिरफ्तारी जालसाज आर्यन भार्गव की कोलकाता से 100 किलो मीटर पहले नवद्वीप धाम से चलती ट्रेन से फिल्मी स्टाइल से की। इसको गिरफ्तार करने वालों में सिगरा थाने के क्राइम टीम प्रभारी दरोगा प्रकाश सिंह, क्राइम ब्रांच के दरोगा राजकुमार पांडेय, हेड कांस्टेबल सुरेंद्र मौर्या, हेड कांस्टेबल विनय सिंह, हेड कॉन्स्टेबल रामबाबू और क्राइम टीम के अमित शुल्का की टीम शामिल रही।

तीसरे जालसाज की गिरफ्तारी वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने चितईपुर, सुसवाही निवासी शाइन सिटी के वाराणसी हेड राजीव सिंह को राजस्थान की राजधानी जयपुर से  गिरफ्तार किया। उस वक्त वह चार सितारा होटल में आराम फरमा रहा था। मूल रुप से मोहनिया बिहार का निवासी राजीव सिंह जयपुर में नाम बदलकर रह रहा था। यह गिरफ्तारी  इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय के नेतृत्व में लंका के दरोगा प्रभाकर सिंह, दरोगा शैलेश यादव भेलूपुर, पुलिस लाइन से सुमित सिंह, चितईपुर से सिपाही रोहित पांडेय और सर्विलांस सेल से अनुग्रह वर्मा ने की थी।

चौथी गिरफ्तारी शाइन सिटी के गिरफ्तार डायरेक्टर अमिताभ श्रीवास्तव की पत्नी मीरा श्रीवास्तव की झारखंड से हुई। गिरफ्तार करने वालों में लक्सा थानाध्यक्ष मिथिलेश यादव व कांस्टेबल दिव्या सिंह और क्राइम ब्रांच के दरोगा राजकुमार पांडेय, कांस्टेबल शक्तिधर पांडेय, नीरज पांडेय व जीतेंद्र सिंह शामिल रहे।