गंगा के जलस्तर में घटाव! चेतावनी बिंदु से 2.81 मीटर नीचे बह रही गंगा, बदलें है शवदाह और आरती स्थल...
वाराणसी,भदैनी मिरर। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बरसात कम होने से उफनाई गंगा का वेग अब कम होने लगा है। माता शीतला के गर्भगृह में प्रवेश के बाद अब जलस्तर में घटोतरी दर्ज की जा रही है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार मंगलवार की रात से गंगा के जलस्तर में 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घटाव हो रहा है। बुधवार की सुबह 10 बजे वाराणसी में गंगा का जलस्तर 67.45 मीटर दर्ज किया गया जो चेतावनी बिंदु से 2.81 मीटर नीचे था। इससे पहले मंगलवार को गंगा का जलस्तर 67.59 मीटर था। गौरतलब है कि वाराणसी में गंगा का चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर है और खतरे का निशान बिंदु 71.262 मीटर है।
गंगा में आये बाढ़ के कारण मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर ऊंचे स्थान पर शवदाह हो रहा है। इसी तरह से दशाश्वमेध घाट पर होनी वाली आरती भी गंगा सेवा निधि के कार्यालय की छत पर हो रही है। हरिश्चंद्र घाट पर डोम राजा परिवार के ओंकार चौधरी ने बताया कि अभी फिलहाल ऊंचाई वाले स्थानों पर शवदाह होगा। अभी तो इधर कायदे की बारिश भी नहीं हुई है। अभी सावन के बाद भादों के महीने में अच्छी बारिश होने की संभावना है। ऐसे में फिलहाल घाटों पर इतना पानी कम नहीं होगा कि शवदाह, गंगा आरती और पूजापाठ सहित अन्य धार्मिक क्रियाकलाप हो सकें।
गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जल पुलिस और एनडीआरएफ की 11वीं वाहनों के जवानों की गश्त जारी है। बुधवार की सुबह अस्सी घाट के समीप 2 नाविक यात्रियों को बैठाकर गंगा में नौकायन करते दिखे तो पुलिस उन्हें किनारे ले गई और कार्रवाई की चेतावनी देकर नाव खड़ा कराई। इसके बाद पुलिस ने लाउड हेलर से नाविकों को आगाह किया कि गंगा में नौकायन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में यदि कोई भी नाविक नाव में यात्री बैठाकर घूमता दिखा तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने में देरी नहीं की जाएगी।