505 सड़कों की होनी है मरम्मत: मंत्री आशुतोष टंडन को अधिकारियों ने बताया 70 किलोमीटर की सड़क को किया जा चुका है गड्ढामुक्त, जल निगम की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी

505 सड़कों की होनी है मरम्मत: मंत्री आशुतोष टंडन को अधिकारियों ने बताया 70 किलोमीटर की सड़क को किया जा चुका है गड्ढामुक्त, जल निगम की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी

वाराणसी,भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के नगर विकास शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन एवं जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल जी" बुधवार को सर्किट हाउस में सड़कों के गड्ढे मुक्ति कार्यों की समीक्षा की। जनपद में विभिन्न 12 विभागों- पीडब्ल्यूडी के चार खंडों, विकास प्राधिकरण, मंडी परिसर, जिला पंचायत, नगर निगम, सेतु निगम, आवास विकास एवं गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की कुल 860.399 किलोमीटर लंबाई की 505 सड़कों के गड्ढा मुक्ति कार्य सर्वे कर चिन्हाकित किए गए हैं। जिन पर 17.92 करोड़ रुपए व्यय का आंकलन है।

गड्ढा मुक्ति हेतु सबसे अधिक सड़कें पीडब्ल्यूडी की चारों खंडों की 355 है। जिनकी लंबाई 771 किलोमीटर हैं। बैठक में बताया गया कि गड्ढा मुक्ति कार्य प्रारंभ हो चुका है। 70 किलोमीटर सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा चुका है। मंडी परिषद की 91 सड़कों में 153.10 किलोमीटर गड्ढा मुक्त कार्य किया जाना है। नगर निगम की 49 सड़कों में 29.81 किलोमीटर सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाएगा। नगर आयुक्त ने बताया कि टेंडर हो चुका है, शीघ्र कार्य प्रारंभ हो जाएगा। मंत्री आशुतोष टंडन ने सड़कों को प्रत्येक दशा में 20 अक्टूबर तक गड्ढा मुक्ति करने के निर्देश दिए। पीडब्ल्यूडी को गड्ढा मुक्ति हेतु प्रथम किस्त की धनराशि भी प्राप्त हो गई है। मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया की गड्ढा मुक्त होने वाली सड़कों की चेकिंग भी कराएं। कार्य समयबद्धता व गुणवत्ता से हो। विकास प्राधिकरण की 2 सड़कें, जिला पंचायत की 7 सड़कें, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की 2 सड़कें गड्ढा मुक्ति में ली गई है। मंत्री ने समस्त विभागों को निर्देशित किया कि अपनी-अपनी सड़कों का ठीक से सर्वे कर ले, कोई सड़क छूटे नहीं। हर सड़क गड्ढा मुक्त हो।

सड़क की लीकेज तत्काल हो ठीक

शहर में जल निगम के लीकेज की मरम्मत में धीमी गति से कार्यों की जानकारी पर मंत्री ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और हिदायत दी कि जिस भी सड़क पर लीकेज हो संबंधित विभाग तत्काल जल निगम को सूचित करें और जल निगम तत्काल लीकेज मरम्मत करें। बार-बार एक स्थान पर लिकेज होना पाया गया तो कार्य की गुणवत्ता में कमी मानी जाएगी। कार्य में शिथिलता व गुणवत्ता में कमी पर जल निगम के विरुद्ध कार्यवाही होगी। मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि काशी में रिकॉर्ड विकास कार्य हुए हैं। किसी की लापरवाही व शिथिलता से कोई कमी पाई जाती है तो क्षम्य नहीं होगी। विकास कार्य धरातल पर दिख रहे हैं। देश-विदेश से लोग आते हैं। अब काशी की पहचान विकास मॉडल के रूप में बन रही है। उन्होंने अधिकारियों से एक-एक सड़क के बारे में जानकारी ली। कार्यों में गतिशीलता के लिए मेन पावर बढ़ाए, आवश्यक मशीनरी बढ़ाएं, उच्चाधिकारी स्वयं मौके पर जाकर कार्यों को देखें। कार्यों के प्रगति की टाइमलाइन पर समीक्षा करें। मंत्री ने जनप्रतिनिधियों से भी भेंट की।

बैठक में विधायक रोहनिया सुरेंद्र नारायण सिंह, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त प्रणय सिंह, सचिव विकास प्राधिकरण सुनील कुमार वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कार्यदाई संस्थाओं के अभियंता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।