व्यापारियों संग पुलिस कमिश्नर की बैठक: ₹50 हजार से ज्यादा कैश लेकर न चलें व्यापारी, अंजान व्यक्ति से आभूषण न खरीदें स्वर्ण व्यवसायी...

पुलिस कमिश्नर (CP) ने विभिन्न व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ मंगलवार को बैठक की.

व्यापारियों संग पुलिस कमिश्नर की बैठक: ₹50 हजार से ज्यादा कैश लेकर न चलें व्यापारी, अंजान व्यक्ति से आभूषण न खरीदें स्वर्ण व्यवसायी...

वाराणसी, भदैनी मिरर। पुलिस कमिश्नर (CP) ने विभिन्न व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ मंगलवार को बैठक की. बैठक में जहां एडिशनल पुलिस कमिश्नर कानून एवं व्यवस्था एस. चन्नप्पा, डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार, डीसीपी गोमती जोन मनीष कुमार शांडिल्य, डीसीपी वरूणा जोन श्याम नारायण सिंह, डीसीपी यातायात हृदेश कुमार, सहित व्यापार मण्डल के पदाधिकारी मौजूद रहे.

बैठक के दौरान पुलिस कमिश्नर ने कहा कि व्यापारी चुनाव आचार संहिता के दौरान ₹ 50 हजार से अधिक का कैश लेकर न चलें. उससे अधिक रुपये कैश कैरी करने पर अपने साथ चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित डॉक्यूमेन्ट (पहचान पत्र, लेन-देन से सम्बन्धित प्रमाण, यूज का प्रूफ) रखें, मांगे जाने पर जाँच अधिकारी के समक्ष रखना होगा. ₹10 लाख से अधिक कैश होने पर जाँच के लिए आयकर विभाग को सूचित किया जायेगा.

पुलिस कमिश्नर ने इस दौरान कहा कि स्वर्ण व्यवसायी अन्जान व्यक्तियों से सोने-चाँदी की खरीद न करें एवं संदिग्ध प्रतीत होने वाले ऐसे व्यक्तियों के संदर्भ में तत्काल पुलिस को सूचना दें. व्यवसायीगण अपने प्रतिष्ठान/दुकान के सामने अतिक्रमण न करें व अपने वाहनों को पार्किंग स्थल पर ही खड़ी करें. व्यापारियों से अपील की गई कि अपने-अपने प्रतिष्ठानों व घरों के सामने इस प्रकर से सीसीटीवी लगाये कि सड़क से दुकान में प्रवेश करने वाले व्यक्ति का चेहरा व गाड़ी कैप्चर हो जाये.

व्यापारीगण द्वारा बताये जाने पर कि जानकारी के अभाव में पार्किंग, नो पार्किंग, वन वे आदि में चालान हो जाते हैं इसके दृष्टिगत नगर निगम / पीडब्ल्यूडी आदि सम्बन्धित विभाग से समन्वय स्थापित कर निर्धारित स्थानों पर पार्किंग, नो पार्किंग, वन वे आदि के साइन बोर्ड लगाये जायेंगे. व्यापारीगण द्वारा चौराहों पर लगे ट्रैफिक लाइट में टाइमर न होने के सन्दर्भ में बताया गया। शीघ्र ही टाइमर वाले ट्रैफिक सिग्नल लगाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया जायेगा.

पुलिस कमिश्नर ने व्यापारियों को बताया कि अपने स्थानीय थानाध्यक्ष का मोबाइल नम्बर अपने पास रखें व जाम आदि की सूचनाओं से उन्हें अवगत करायें. यातायात व्यवस्था हेतु प्रत्येक चौराहों के लिए बनाये गये सलाहकार कमेटी में शामिल हो व उसमें अपनी सक्रिय भूमिका निभाये.