गंगा के बढ़ते जलस्तर से बदला विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती का स्थान, श्रद्धालुओं ने मनोयोग से किया पूजन...

पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण मंगलवार को विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेघ घाट पर होने वाले गंगा आरती का स्थान बदल गया है.

गंगा के बढ़ते जलस्तर से बदला विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती का स्थान, श्रद्धालुओं ने मनोयोग से किया पूजन...

वाराणसी,भदैनी मिरर। गंगा का जल स्तर बढ़ने से घाटों का एक दूसरे से सम्पर्क टूटा गया है, जिसके कारण विश्व प्रसिद्ध संध्याकालीन गंगा आरती का स्थल बदल गया. दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा जिस स्थान पर प्रतिदिन गंगा आरती की जाती थी, वहां तक जल स्तर बढ़ गया है. इस वजह से मंगलवार से आरती स्थल बदलकर उक्त स्थान से थोड़ा पीछे गंगा आरती का आयोजन किया जा रहा है. गंगा सेवा निधि के शुशांत मिश्रा ने बताया कि, विश्व प्रसिद्ध मां गंगा के आरती का स्थल भले ही बदल गया हो लेकिन आरती में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं हुआ. पूरे विधि-विधान और मां गंगा के पूजन के साथ मंगलवार की शाम को हर-हर महादेव और मां गंगा के उद्घोष के आरती हुई. श्रद्धालु भी पूरे श्रद्धा भाव से गंगा आरती में सम्मिलित हुए.

पहाड़ों में बारिश की वजह से मां गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और मां गंगा के आरती का स्थल भी बदलना पड़ा. रात्रि 8 बजे तक गंगा में बढ़ाव 63. 20 मीटर दर्ज किया गया. गंगा के जलस्तर में बढ़ाव की यही रफ्तार रही तो अगले 24 घंटों में कई और घाटों का आपसी संपर्क समाप्त हो सकता है. वाराणसी में गंगा का चेतावनी बिंदु 70.26 एवं खतरे का निशान 71.26 है. गंगा में पानी ज्यादा होने से काफी गंदगी हो गई है. बारिश की वजह से सड़कों और नालियों का पानी भी गंगा में मिल रहा है. गंगा को दूषित कर रहा है. आसपास के मंदिरों, दुकानों और घाटों की कई सीढ़ियों को डूबाना शुरू कर दिया है. कई घाटों के आपसी संपर्क टूट गए हैं.