धूमधाम से मनाई जाएगी नटवरनागर की जयंती: इस्कॉन मंदिर में होगा अखंड संकीर्तन का आयोजन, 216 प्रकार के व्यंजनों का लगेगा भोग
वाराणसी, भदैनी मिरर। भोले की नगरी काशी में नटवरनागर की जयंती की इस बार धूम रहेगी। कोरोना के कारण पिछले साल स्थगित सभी धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम इस बार आयोजित होंगे। कार्यक्रमों में कोविड़ प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। दर्शन-पूजन में भी दर्शनार्थियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। जन्माष्टमी में इस्कॉन मंदिर गुरुधाम पर दो दिनों तक धूम रहेगी। भक्त 'हरे रामा- हरे कृष्णा' की धुनि में मशगूल नजर आएंगे।
साज-सज्जा के लिए विदेशों से भी मंगवाए गए फूल
प्रेसवार्ता को संबोधित करते मंदिर प्रबंधन समिति के चेयरमैन एवं कथा व्यास अच्युत मोहनदास व अन्य
कृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार इस्कॉन मंदिर और भगवान के विग्रहों को सजाने के लिए विदेशों से भी फूल मंगवाए गए है। मंदिर प्रबंधन समिति के चेयरमैन एवं कथा व्यास अच्युत मोहनदास ने बताया कि जन्माष्टमी पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में भगवान की विशेष मंगला आरती, तुलसी आरती एवं श्रृंगार आरती की जाएगी। आरती पश्चात श्रीमद् भागवतम पर प्रवचन होगा। इस बार श्री कृष्ण जन्म के अवसर पर इस्कॉन के भक्तों द्वारा 24 घंटे का अखंड हरिनाम संकीर्तन का आयोजन भी किया जाएगा। शाम 6 बजे से 9 बजे तक ऑनलाइन कीर्तन मेला आयोजित होगा। कथा व्यास अच्युत मोहनदास ने बताया कि रात्रि 10 बजे से 11 बजे तक श्रीकृष्ण कथा पर प्रवचन किया जाएगा। तत्पश्चात 11 बजे भगवान का कलश महाअभिषेक एवं रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म पर भगवान को भोग अर्पण कर महाआरती की जाएगी। भगवान को 216 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पण किया जाएगा, जन्मोत्सव के बाद भक्तों में प्रसाद वितरण किया जाएगा।
ऑनलाइन होगा कार्यक्रम का प्रसारण
जन्माष्टमी के दूसरे दिन मंगलवार को नंदोत्सव के साथ-साथ इस बार इस्कॉन के संस्थापक आचार्य कृष्णकृपामूर्ति श्रील ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की 125वें आविर्भाव दिवस पर सुबह से ही मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे तक 108 महाभोग अर्पण एवं आरती के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा। जन्माष्टमी पर आयोजित सभी कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण इस्कॉन वाराणसी के यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा जिसके द्वारा घर पर रहकर भी श्रद्धालु सभी कार्यक्रमों का आनंद ले सकेंगे। साथ बताया कि इस बार प्रयाग, दिल्ली, मेरठ, सहित भिन्न हिस्सों से भी मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्र काशी में श्री कृष्ण के जन्मोत्सव ने शामिल होंगे।