राज्यमंत्री ने की मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर टीवी मुक्त पंचायत' की शुरुआत, इस ब्लॉक से हुई शुरुआत...

उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने जनपद स्तर पर ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान का शुभारंभ किया।

राज्यमंत्री ने की मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर टीवी मुक्त पंचायत' की शुरुआत, इस ब्लॉक से हुई शुरुआत...

वाराणसी, भदैनी मिरर। देश को वर्ष 2025 तक क्षयरोग मुक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है। वहीं 24 मार्च को वाराणसी से ही टीबी मुक्त पंचायत अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर लांच हुआ था। यह वैन समुदाय स्तर पर गाँव-गाँव जाकर लोगों को टीबी के बारे में जागरूक करेगी। लोगों की जांच कर उनका उपचार शुरू कराएगी। जागरूकता होने से टीबी रोग असाध्य नहीं होगा और यह गंभीर स्थिति में नहीं पहुंचेगा। उक्त बातें बुधवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने  कही। इससे पूर्व उन्होंने जनपद स्तर पर ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान का शुभारंभ किया। यह अभियान जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास एवं पीरामल फ़ाउंडेशन के सम्पूर्ण सहयोग से शुरू हुआ। इसके साथ ही जागरूकता के उद्देश्य से पीरामल फ़ाउंडेशन के सहयोग से संचालित मोबाइल वैन को भी आयुष राज्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर चोलापुर के लिए रवाना किया। टीबी मुक्त पंचायत अभियान जनपद में प्रोजेक्ट के रूप में चोलापुर ब्लॉक से शुरू किया गया है। जल्द ही अन्य ब्लॉक में भी यह अभियान शुरू किया जाएगा। 

क्षय रोगियों का सम्पूर्ण उपचार जरूरी

आयुष राज्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से प्रदेश में बनाए गए सभी डॉट सेंटर से क्षय रोगियों को दवा दी जा रही है। सभी क्षय रोगियों को सम्पूर्ण उपचार करना जरूरी है। एक भी दिन दवा नहीं छोड़ना है। साथ ही क्षय रोगियों को भावनात्मक सहयोग, पोषण पोटली, निक्षय पोषण योजना के तहत उपचार के दौरान हर 500 रुपये भी दिये जा रहे हैं। उन्होंने अपील की हैं कि ‘टीबी मुक्त पंचायत’ अभियान को प्रदेश में जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। पंचायत, ब्लॉक, जनपद से लेकर देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इस मुहिम में शामिल हों।

चलना होगा कंधे से कंधा मिलाकर 

इस मौके पर मौजूद मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हिमांशु नागपाल ने बताया कि पंचायत स्तर से टीबी मुक्त अभियान को ज़ोर देने के लिए सभी को कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करना होगा। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि जनपद में चोलापुर ब्लॉक से इस पहल की शुरुआत की गई है। इस ब्लॉक में 89 ग्राम पंचायत और 145 राजस्व ग्राम हैं। इस अभियान में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सीएचओ, ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिव, आशा कार्यकर्ताओं व सदस्यों की अहम भूमिका होगी। पीरामल फ़ाउंडेशन की ओर से सभी को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इनके माध्यम से सभी ग्राम पंचायतों में लोगों को टीबी के बारे में जागरूक किया जाएगा। घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करने के साथ ही समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने, टीबी रोग को न छिपाने और उसका सम्पूर्ण उपचार (एक भी दिन दवा न छूटने) कराने के कार्य में ग्राम प्रधान व स्वास्थ्यकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। जांच में पॉज़िटिव आने पर उनका उपचार शुरू किया जाएगा। सभी क्षय रोगियों का नियमित फॉलो अप लिया जाएगा। पंचायत स्तर पर होने वाली सभी बैठकों में टीबी को लेकर भी जागरूक करेंगे।

इस अवसर पर डीटीओ डॉ पीयूष राय, डीपीओ दिनेश कुमार सिंह, डीपीआरओ आदर्श कुमार के साथ ही पीरामल फाउंडेशन से रूबी सिंह, अरविंद गुप्ता व अवनीश राय एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे। रूबी सिंह, अरविंद गुप्ता व अवनीश राय ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान को सफल बनाने के लिए सभी मिलकर ग्राम स्तर पर जागरूकता का कार्य कर रहे हैं।