Black Fungus के बढ़ते खतरे को लेकर जाने BHU के विशेषज्ञ एसोसिएट प्रोफेसर सुशील अग्रवाल के राय, और बचाव के उपाय...

Black Fungus के बढ़ते खतरे को लेकर जाने BHU के विशेषज्ञ एसोसिएट प्रोफेसर सुशील अग्रवाल के राय, और बचाव के उपाय...

वाराणसी, भदैनी मिरर। 

कोरोना संक्रमण काल में अब ब्लैक फंगस चिंता का सबब बना हुआ है। कई राज्यों में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में लगातार ब्लैक फंगस के मरीज बढ़ते जा रहे है। इस बीच बीएचयू, सरसुंदरलाल अस्पताल के ईएनटी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर सुशील अग्रवाल ने जागरुकतापरक वीडियो जारी कर सुझाव, सजगता और बचाव बताया है।


ब्लैक फंगस का इलाज कर रहे ईएनटी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर सुशील अग्रवाल कहते है कि सामान्य व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) ब्लैक फंगस से लड़ने में सक्षम होती है। लेकिन कोरोना वायरस जब किसी व्यक्ति को संक्रमित करती है तो उसके इम्यून सिस्टम को बुरी तरह प्रभावित कर देती है, जिससे ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ जाता है। ब्लैक फंगस ऐसे स्थानों पर ज्यादातर मिलते है जहां पेड़ के पत्ते सड़ते हो अथवा कूड़ा-कचरा ज्यादा हो।


डॉ. सुशील अग्रवाल कहते है कि कोविड़ में दी जाने वाली दवाएं और स्टेरॉयड भी इम्यून सिस्टम पर असर डालते है। स्टेरॉयड से ब्लड शुगर भी बढ़ जाता है। खून में हाई शुगर फंगस के लिए भोजन का काम करते है। जिसकी वजह से शरीर में फंगस तेजी से फैल जाता है।

डॉ. सुशील अग्रवाल बताते है कि यह फंगस नाक से पनपता है और फिर सांस की नली में जाता है। वही से आंख तक पहुंचता है जिससे आंख की रौशनी तक जा सकती है, यह फंगस यदि दिमाग तक चला जाये तो मौत की संभावनाएं 80 से 90 फीसदी तक बढ़ जाती है। इसके लिए जरूरी है कि इस फंगस को शरीर में बढ़ने ही न दिए जाएं।

फंगस से बचाव के लिए करें यह उपाय-

डॉ. सुशील अग्रवाल बचाव के उपाय सुझाते हुए कहते है कि जरूरी है शरीर में इस फंगस को बढ़ने ही न दिया जाए। नाक, कान और चेहरा की नियमित सफाई करते रहे। नाक में सलाईन नेजल ड्रा का इस्तेमाल नियमित रुप से करते रहे। साथ में गर्म पानी में नमक और मीठा सोड़ा डालकर नाक की दिन में दो से तीन बार धुलाई करते रहे। जिससे फंगस को फैलने से रोका जा सके।


डॉ. अग्रवाल कहते है कि ऑक्सीजन इस्तेमाल करने वाले मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है। ऑक्सीजन मास्क को नियमित सेनेटाइज करते रहे। ऑक्सीजन ट्यूब को समय-समय पर बदलते रहे। नाक में कैनुला लगा हो उसे भी सेनेटाइज करते रहे। मुह में फंगस से बचाव के लिए नमक पानी का गरारा करते रहे।