शंकराचार्य बनने के बाद कल होगा स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का पहला काशी आगमन, जगह-जगह होगा स्वागत...
शंकराचार्य बनने के बाद स्वामी आविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज का शनिवार यानी 17 दिसम्बर को प्रथम काशी आगमन हो रहा है।
वाराणसी,भदैनी मिरर। शंकराचार्य बनने के बाद स्वामी आविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज का शनिवार यानी 17 दिसम्बर को प्रथम काशी आगमन हो रहा है। उनके आगमन पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा बाबतपुर, तरना, शिवपुर, कचहरी, नदेसर, तेलियाबाग, मलदहिया, सिगरा, रथयात्रा, गुरुबाग, कमच्छा, भेलुपर व सोनारपुरा के बीच उनका भव्य स्वागत व अभिनंदन किया जाएगा। इसकी जानकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के प्रेस प्रभारी संजय पांडेय ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य जी महाराज बाबतपुर हवाईअड्डे पर 11 बजे पहुचेंगे।
उन्होंने बताया कि सोनारपुरा से शंकराचार्य जी महाराज पालकी पर विराजित होकर श्रीविद्यामठ तक जायेंगे। पालकी यात्रा के आगे एक दल डमरू वादन व एक दल शहनाई वादन करते आगे आगे चलेगा।इस दौरान शंकराचार्य जी महाराज चिंतामणि गणेश जी महाराज का दर्शन भी करेंगे। वह दोपहर 2 बजे श्रीविद्यामठ पहुचेंगे। जहां आध्यात्मिक उत्थान मंडल के माताओं द्वारा पूज्य शंकराचार्य जी महाराज को छप्पन भोग समर्पित किया जायेगा तथा काशी वासियों, सन्तों, वैदिक विद्वानों व भक्तों द्वारा उनका अभिनंदन, वंदन, आरती व चरणपादुका पूजन किया जायेगा। साथ ही शंकराचार्य जी महाराज के पांच दिवसीय काशी प्रवास के दौरान विभिन्न स्थानों पर विविध धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होंगे।