धीरेंद्र महिला पीजी कॉलेज का मनाया जाएगा 20वां स्थापना दिवस, आयोजित होगा वार्षिकोत्सव और पुरातन छात्र समागम...

धीरेंद्र महिला पी०जी०कालेज के 20वें स्थापना दिवस के अवसर पर आगामी 18-19 दिसम्बर को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

धीरेंद्र महिला पीजी कॉलेज का मनाया जाएगा 20वां स्थापना दिवस, आयोजित होगा वार्षिकोत्सव और पुरातन छात्र समागम...

वाराणसी, भदैनी मिरर। धीरेंद्र महिला पी०जी०कालेज के 20वें स्थापना दिवस के अवसर पर आगामी 18-19 दिसम्बर को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसकी जानकारी शुक्रवार को धीरेंद्र महिला पीजी कॉलेज में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ नलिनी मिश्रा ने दी। उन्होंने बताया कि आयोजित कार्यक्रम के अन्तर्गत रविवार 18 दिसम्बर 2022 को दीक्षांत व पुरातन छात्र समागम तथा सोमवार 19 दिसम्बर को वार्षिकोत्सव व वार्षिक पत्रिका 'प्रगति' 2022 का विमोचन किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा वरीयता क्रम पर आधारित कूल 150 छात्राओं को पदक वितरित किए जाएंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के पंजीयन एवं स्टाम्प शुल्क राज्यमंत्री रवीन्द्र जायसवाल एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के कुलपति प्रो० ए०के० त्यागी तथा सलाहकार समिति के सदस्य उपस्थित रहेंगे।

प्रधानाचार्या ने बताया कि महाविद्यालय अपने लक्ष्य पर चलते हुए कुल 17 पाठ्यक्रमों का संचालन सफलता पूर्वक करा रहा है। इसमें छात्राओं के बेहतर कॅरियर के विविध विकल्प हैं। यहां संचालित पाठ्यक्रमों में स्नातक स्तर पर बी०ए०, बीकाम०, बी०एस०सी० बी०बी०ए०, बी०सी०ए०, मॉस कम्युनिकेशन, बी० म्यूज०, बी० लिब जैसे पाठ्यक्रम हैं। वहीं परास्नातक स्तर पर बी०एड०, बी०पी०एड०, डी०एल०एड०. एम०ए० एम० काम०, एम०एस०सी० एम०एफ०ए० एवं एम०लि० जैसे पाठ्यक्रम चल रहे है। यू०जी०सी० गाइड लाइन के तहत योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों द्वारा शिक्षण-प्रशिक्षण का कार्य संपादित होता है नये दौर की चुनौतियों को ध्यान रखते हुए डिजिटल स्मार्ट क्लास रूम का पूरा प्रबन्ध किया गया है। 


छात्राओं के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योगा, फिटनेस और खेल-कूद पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है। हरियाली युक्त कैम्पस भी यहां के शैक्षणिक माहौल को उत्कृष्ट बनाता है। छात्राओं के उपलब्धि की बात करें तो यहां की छात्राएं प्रत्येक वर्ष महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के टॉप-टेन की सूची में स्थान रखती हैं। संस्कृति एवं परम्पराओं से जोड़े रखने के लिए यहां कजरी, रंगोली सहित विशेष अवसरों पर सांस्कृतिक व कई उत्प्रेरक कार्यक्रम होते हैं। वहीं महिला उद्यमिता को ध्यान में रखकर छात्राओं को विशेष प्रशिक्षण के तहत उनका कौशल विकसित कराया जाता है। हमारा यह प्रयास निश्चित रूप से छात्राओं की प्रतिभा निखारने में मददगार हुआ है। यह प्रयास हम आगे भी जारी रखेंगे।