साड़ी कारोबारियों से ठगी करने वाला आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार, 10 मुकदमों में था फरार...

वाराणसी के ज्यादातर बुनकर और व्यापारी इनके चंगुल में फंस गए थे. यह गिरोह फर्जी नाम और पता पर प्रतिष्ठित साड़ी कम्पनियों के नाम से फर्म बनाते थे और वाराणसी के बुनकरों और साड़ी व्यापारियों से 10-15 लाख की खरीददारी करते थे और उन्हें फर्जी चेक देते थे.

साड़ी कारोबारियों से ठगी करने वाला आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार, 10 मुकदमों में था फरार...
मीडिया के सामने आरोपी को पेश करती एसीपी चेतगंज आईपीएस शिवा सिंह, थानाध्यक्ष राजू सिंह और चौकी प्रभारी नगर निगम प्रकाश सिंह

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के बुनकरों और साड़ी व्यापारियों के नाक में दम कर देने वाले फ्रॉड गिरोह के एक अन्य अभियुक्त दस मुकदमों का वांछित राहुल सिंह उर्फ अजय अरोड़ा को वाराणसी की सिगरा कमिश्नरेट पुलिस ने दिल्ली सुभाष बर्तन वाले की गली के पास मकान में नई दिल्ली से गुरुवार की दोपहर 2 बजकर 10 मिनट पर गिरफ्तार कर वाराणसी ले आई. सिगरा पुलिस ने पूछताछ के बाद शुक्रवार की दोपहर दो बजे मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भेज दिया. इसका खुलासा शुक्रवार को एसीपी चेतगंज आईपीएस शिवा सिंह ने किया. उन्होंने बताया की इस गिरोह का यह आठवां और आखिरी आरोपी था. यह सेंपल दिखाने के नाम पर व्यापारियों से साड़ी लेते थे और उसके बदले फर्जी चेक पकड़ा देते थे. सिगरा थाने में कुल दस अभियोग पंजीकृत है. गिरफ्तार करने वाली टीम में नगर निगम चौकी प्रभारी प्रकाश सिहं, चौकी प्रभारी सोनिया तरूण कश्यप, दरोगा बुद्धराज, कांस्टेबल तरूणेश कुमार शामिल है.

फर्जी फर्म के चेक पर ठगते थे व्यापारियों को

वाराणसी के ज्यादातर बुनकर और व्यापारी इनके चंगुल में फंस गए थे. यह गिरोह फर्जी नाम और पता पर प्रतिष्ठित साड़ी कम्पनियों के नाम से फर्म बनाते थे और वाराणसी के बुनकरों और साड़ी व्यापारियों से 10-15 लाख की खरीददारी करते थे और उन्हें फर्जी चेक देते थे. फर्जी चेक देने के बाद फर्म बंद कर भाग जाते थे. व्यापारियों को जब ठगी होने का पता चला तो वह परेशान होकर पुलिस की शरण में गए थे. तत्कालीन पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के निर्देश पर सिगरा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. इन मामले में कुछ सात आरोपी जेल में है.