गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भरी हुंकार, बोले - गौ माता को समर्पित है नया साल...
देश में गौ हत्या और गौ मांस खाने की चलन पर दुख व्यक्त करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मंगलवार को केदारघाट पर प्रेसवार्ता कर कहा की नव-संवत्सर, गौ-संवत्सर होगा
वाराणसी, भदैनी मिरर। देश में गौ हत्या और गौ मांस खाने की चलन पर दुख व्यक्त करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मंगलवार को केदारघाट पर प्रेसवार्ता कर कहा की नव-संवत्सर, गौ-संवत्सर होगा. अगले वर्ष गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन की शुरुआत होगी. इस आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने काशी (वाराणसी) से भारत के सभी प्रदेशों के लिए गौ-दूतों की नियुक्ति की. ये गौदूत सन्त गौ-भक्तों से मिलकर आन्दोलन को गति प्रदान करेंगे.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा की "गौ-माता की करुण पुकार को सरकार के सामने, सरकार के सुनाने और सरकार द्वारा गौ-व्यथा को दूरकर उन्हें अभय और प्रतिष्ठा प्रदान करने के लिए राष्ट्र-व्यापी गौ-प्रतिष्ठा आन्दोलन को चारों पीठों के शङ्कराचार्यों एवं अन्य विशिष्ट धर्माचार्यों के साथ-साथ कुछ प्रदेशों की विधान सभाओं का भी सहयोग मिल रहा है. आंदोलन की शुरुआत अगले वर्ष 4 जनवरी 2024 को वृन्दावन में गौ-भक्तों संग विशेष गौ-सभा आयोजित कर आन्दोलन के विविध पहलुओं को स्पष्टता देते हुए कमर-कसी जायेगी.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा की 15 जनवरी से 23 जनवरी तक नौ दिनों में दिल्ली में गौ-प्रतिष्ठा आन्दोलन के लिए नौ-विशेषज्ञ समूहों की बैठक आयोजित की जायेगी. जिसमें गौ-धर्म विशेषज्ञ, गौ-आर्थिकी विशेषज्ञ, गौ-कानून विशेषज्ञ, गौ-विज्ञान विशेषज्ञ, गौ-राजनीति विशेषज्ञ, गौ-संगठन विशेषज्ञ, गौ-मीडिया विशेषज्ञ, गौ-प्लेसमेण्ट विशेषज्ञ और गौ-व्यवहार विशेषज्ञ धन समिति शामिल होंगी.