सपा नेता के घर फायरिंग करने वाला आरोपी शिवम शर्मा गिरफ्तार, एक लाख का था इनामिया 

बीते 30 जून 2024 की दोपहर विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के मीरघाट में सपा नेता के घर फायरिंग और दहशत फैलाने वाला हमलावर शिवम शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. पियरी चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह ने घेराबंदी कर आज सोमवार को शिवम को गिरफ्तार किया.

सपा नेता के घर फायरिंग करने वाला आरोपी शिवम शर्मा गिरफ्तार, एक लाख का था इनामिया 

वाराणसी, भदैनी मिरर। बीते 30 जून 2024 की दोपहर विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के मीरघाट में सपा नेता के घर फायरिंग और दहशत फैलाने वाला हमलावर शिवम शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. पियरी चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह ने घेराबंदी कर आज सोमवार को शिवम को गिरफ्तार किया.

बता दें कि शिवम पर एक लाख का इनाम घोषित था. डीसीपी काशी प्रमोद कुमार ने वारदात के बाद से फरार चार हमलावरों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जब दो गिरफ्तारी नहीं हुई तो इनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख कर दी गई थी. हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच, थाना पुलिस और स्पेशल टीम को लगाई गई थी. विजय यादव की तहरीर पर जिन पांच लोगों को नामजद किया था, इसमें शिवम शर्मा का भी नाम शामिल था.

बता दें कि वर्चस्व की लड़ाई और दबंगई में सपा नेता पर हमला किया गया था. इसकी मुख्य वजह विश्वनाथ मंदिर की बाउंड्री, मणिकर्णिका मार्ग और कॉरिडोर के आसपास की फूल, पूजन सामग्री और धार्मिक सामग्री की करीब 200 दुकानों से हर महीने लाखों का गुंडा टैक्स वसूली है.

जानें मामला

बीते 30 जून को सपा नेता विजय यादव के परिवार समेत हत्या के इरादे से 38 हमलावर पहुंचे थे. सभी हथियारों से लैस थे. हमलावर मणिकर्णिका घाट, ललिता घाट के सामने से होते हुए मीरघाट पहुंचे. वहां मोटर बोट से उतरकर विजय यादव के घर पर पथराव, फायरिंग शुरू कर दी, जिससे मोहल्ले में दहशत फैल गई.

वहीं वाराणसी के सबसे हाई सिक्योरिटी एरिया यानी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में इसतरह से दिनदहाड़े फायरिंग ने वाराणसी की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी, सबसे संवेदनशील इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे. वारदात के पांच दिन बाद पुलिस एक भी हमलावर को दबोच नहीं सकी, बल्कि हमलवार सूजाबाद निवासी अतुल यादव उर्फ साहिल कोर्ट पहुंच गया. आरोपी साहिल ने कोर्ट में सरेंडर कर दी और पुलिस को कानों-कानों इसकी भनक तक नहीं लगी. गुरुवार की शाम जब आरोपी ने जब सरेंडर कर दिया इसके बाद सिविल जज सीनियर डिवीजन तृतीय की अदालत में आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए जेल भेज दिया गया. आरोपी को जेल भेजने के आदेश पर पुलिस की नींद खुली और महकमे में हड़कंप मच गया.