शास्त्री के छात्रों को मिले स्मार्ट फोन...

भदैनी स्थित स्याद्वाद महाविद्यालय में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा शास्त्री कक्षा के 09 विद्यार्थियों को स्मार्टफोन गुरुवार को वितरित किए गए.

शास्त्री के छात्रों को मिले स्मार्ट फोन...

वाराणसी, भदैनी मिरर। भदैनी स्थित स्याद्वाद महाविद्यालय में उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा शास्त्री कक्षा के 09 विद्यार्थियों को स्मार्टफोन गुरुवार को वितरित किए गए. मुख्य अतिथि इंजीनियर सौरभ जैन ने कहा कि कोरोना के स्थिति में शिक्षण व्यवस्था को ऑनलाइन मोड में लाकर रख दिया. ऐसे में यह राज्य सरकार का बेहद प्रशासनीय कदम है जिसमें विद्यार्थी स्मार्टफोन बदलते शिक्षण परिवेश से परिचित हो पाएंगे. 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्याद्वाद महाविद्यालय के प्रबंधक विमल कुमार जैन ने कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर ने पूरे विश्व को एक ग्राम में बदल दिया इसलिए विद्यार्थियों को शैक्षणिक ज्ञान के साथ तकनीकी रूप से दक्ष होना आवश्यक है. आज के इस डिजिटल युग में तकनीकी एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक उदाहरण है इसीलिए हमारे विद्यालय में कंप्यूटर सेंटर बनाया गया है एवं 5G इंटरनेट की सुविधा है. तकनीकी ज्ञान केवल सीखने की प्रक्रिया को आसान बना रहा रही है बल्कि आज की शिक्षा का प्रभावी माध्यम भी साबित हो रही है. योगी सरकार की नीतियों के को जन उपयोगी बताते हुए विमल कुमार जैन ने कहा कि निसंदेह आज उत्तर प्रदेश सरकार के में युवाओं और महिलाओं का पूरा विश्वास हासिल है और इसी विश्वास की देन है कि आज उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत तेजी से विकास योजनाएं योजनाओं को धरातल पर ले जाने में सक्षम हुआ है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार मोदी जी और योगी जी ने डिजिटाइजेशन पर जोर दिया है. आज हमारे देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है एवं भारत पुन: भारत बन रहा है इंडिया नहीं.

प्राचार्य डॉक्टर अमित जैन ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के दौर में बना रहे बने रहने के लिए युवाओं को तकनीकी रूपो से दक्ष होना आवश्यक है आज इस डिजिटल युग में सरकार की यह पहल निश्चित तौर पर विद्यार्थियों के लिए एक वरदान साबित होगी.उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि तकनीकी का विकास जहां तक वरदान है वही तकनीकी का नकारात्मक इस्तेमाल अभिशाप भी हो सकता है. उन्होंने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के सकारात्मक इस्तेमाल की नसीहत दी.

 इस मौके पर संत आचार्य विद्यासागर महाराज के परम शिष्य ब्रह्मचारी संजीव भैया ने विद्यार्थियों को संस्कृत एवं संस्कृति के विशेष ज्ञान की प्रेरणा देते हुए बताया कि परम पूज्य आचार्य विद्यासागर महाराज ने इसी स्थान पर रहकर अध्ययन किया और जयोदय जैसे विशाल संस्कृत महाकाव्यों की रचना की है. उन्होंने बताया कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय से भी प्राचीन यह संस्कृत महाविद्यालय है. विशिष्ट अतिथि राजेश यादव पार्सद रहे जिन्होंने छात्रों को बधाई दी और हर समय छात्रो के साथ खड़े रहने का वायदा किया. इस अवसर पर प्रोफेसर अशोक कुमार जैन,डॉक्टर प्रमिला समरिया, डा निर्मला जैन, डा पंकज पुरोहित, डा विरल कुमार, सुरेंद्र जैन, पूजा पाण्डेय के साथ महाविद्यालय के सभी कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहे.