आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में सात दिवसीय कला कार्यशाला का हुआ समापन...

आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय डोमरी (रामनगर) में सात दिवसीय कला कार्यशाला "अभिव्यक्ति " का समापन मंगलवार को हुआ.

आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय में सात दिवसीय कला कार्यशाला का हुआ समापन...

वाराणसी। आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय डोमरी (रामनगर) में सात दिवसीय कला कार्यशाला "अभिव्यक्ति " का समापन मंगलवार को हुआ. समापन सत्र में बीएचयू के दृश्य कला संकाय के पूर्व डीन प्रो. हीरालाल प्रजापति, विशिष्ट अतिथि प्रो. संतोष कुमार सिंह क्षेत्रीय कार्यालय प्रभारी वाराणसी (उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज), सारस्वत अतिथि डॉ. सत्य प्रकाश पांडेय, अवकाश प्राप्त आचार्य, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ तथा कार्यक्रम की अध्यक्ष महाविद्यालय की निदेशक प्रो. कल्पलता पांडेय, पूर्व कुलपति, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती तथा आचार्य पं सीताराम चतुर्वेदी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर समापन कार्यक्रम की शुरूआत किए.

महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा इस अवसर पर कुलगीत प्रस्तुत किया गया. अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, अंग वस्त्र, पौधा, तथा स्मृति चिन्ह देकर किया गया. महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार दुबे ने उपस्थित अतिथियों का परिचय कराया. डॉ. सुनीति गुप्ता ने 28 फरवरी से शुरू सात दिवसीय कार्यशाला में प्रतिदिन हुए कार्यकलापों का विवरण सभी के सामने प्रस्तुत किया. विशिष्ट अतिथि प्रो. संतोष कुमार सिंह ने अपने वक्तव्य में सर्वप्रथम महाविद्यालय के प्रति आभार प्रकट किया तथा उपस्थित छात्राओं को उ. प्र. राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्सों के बारे में तथा उसके लाभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गंगा इस पार यह महाविद्यालय मुक्त विश्वविद्यालय का एक बड़ा केंद्र बनेगा तथा भविष्य में  मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षाएं भी यहां पर आयोजित होंगी. महाविद्यालय की छात्राएं आस्था ओझा तथा साक्षी ने सात दिवसीय कार्यशाला के बारे में अपने विचार व्यक्त किए. सारस्वत अतिथि डॉ. सत्य प्रकाश पांडेय ने कार्यशाला में बिताए दिनों के  बारे में अपने अनुभव को लोगों से साझा किया तथा कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त किया. मुख्य अतिथि प्रो. हीरालाल प्रजापति ने कार्यशाला के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे बड़ी प्रसन्नता हुई ऐसे कार्यशाला में आकर. उन्होंने कहा इस प्रकार के कार्यशाला द्वारा छात्राओं को बहुत कुछ सीखने को मिलता है.कार्यक्रम की अध्यक्ष प्रो. कल्पलता ने सात दिवसीय कार्यशाला की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उपस्थित तथा बाकी छ: दिन आगत  सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया.

अंत में सात दिवसीय कार्यशाला में छात्राओं द्वारा बनाए गए चित्रों की प्रदर्शनी का उद्घाटन अतिथियों ने फीता काटकर किया. कार्यक्रम का संचालन राहुल कुमार चौधरी ने किया. समापन कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रजनी श्रीवास्तव ने किया. कार्यक्रम में प्रतिभा गुप्ता, अंकिता, पीयूष दुबे, वरुण अग्रवाल, शिव प्रकाश यादव, हरेंद्र पांडेय, दीपक मिश्र आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा छात्राएं मौजूद रहे.