गंगा का रौद्र रुप: तटीय इलाकों के मकानों तक पहुंचने लगा पानी, कमिश्नर और DM ने किया बाढ़ चौकियों का निरीक्षण...
गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह तक खतरे का निशान भी पार कर सकती हैं। गंगा का बढ़ाव देख निचले इलाकों के रहवासियों में हड़कंप मच गया है। इसे देखते हुए गुरुवार को मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सरैया तथा ढ़ेलवरिया क्षेत्र में बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया।
वाराणसी,भदैनी मिरर। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के चलते बीती रात से गंगा के जलस्तर में फिर से तेजी से वृद्धि होने लगी है। हालात ये हैं कि गंगा के जलस्तर में उफान के चलते 100 से अधिक गांव घिर चुके हैं।वहीं वाराणसी में तो पांच से छह सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है।
गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह तक खतरे का निशान भी पार कर सकती हैं। गंगा का बढ़ाव देख निचले इलाकों के रहवासियों में हड़कंप मच गया है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गंगा का जलस्तर सुबह 12 बजे 70.24 मीटर पर पहुंच गया था। दोपहर दो बजे चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर को पार करते हुए गंगा का जलस्तर 70.32 मीटर पर पहुंच गया। अब भी 4 सेंमी की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही है। यहां खतरे का निशान 71.262 मीटर पर है।
गंगा के जलस्तर में तेजी से बढाव के चलते वरुणा नदी में पलट प्रवाह शुरू हो गया है। ऐसे में दोनों ही नदियों के करीब रहने वाले दहशत में है। गंगा किनारे के अस्सी, सामनेघाट क्षेत्र की स्थित दिन-ब-दिन बिगड़ने लगी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन अपनी द्वारा बाढ़ चौकियां संचालित की जा रही हैं। कर्मचारी, सिविल डिफेंस व स्वास्थ्य कर्मी 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं बाढ़ शिविर में समय से पका हुआ भोजन दिया जा रहा है।
गुरुवार को मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सरैया तथा ढ़ेलवरिया क्षेत्र में बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया। बता दें कि प्राथमिक विद्यालय सरैया नगर क्षेत्र के बाढ़ राहत शिविर में 44 परिवार के लगभग 300 लोग शरण लिये हुए हैं, इसी प्रकार ढ़ेलवरिया के प्राथमिक विद्यालय व अन्य आसपास के बाढ़ राहत शिविरों में 15 परिवार के 65 लोग रखे गये हैं।
मण्डलायुक्त द्वारा शरणार्थियों से उनका हालचाल लिया गया उन्होंने परिवार के सदस्यों को पूछा और भोजन मिलने की जानकारी भी ली साथ ही अपने सामने भोजन वितरित कराया। जिलाधिकारी ने कमरों में दरी बिछाने और सफाई कर्मचारी द्वारा नियमित सफाई कराने के निर्देश दिए गए। राहत शिविरों पर बैनर लगाने के लिए कहा गया।