श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के नेमी श्रद्धालुओं ने PM के संसदीय कार्यालय पर सौंपा ज्ञापन, CEO विश्वनाथ मंदिर बोले- भ्रमित न हों...
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में काशीवासियों के लिए शुक्रवार से अलग द्वार की व्यवस्था कर दी गई. जिसका ट्रायल भी किया गया. फिलहाल अभी ये व्यवस्था नेमी श्रद्धालुओं के लिए शुरु हुई है, कुछ दिनों बाद सभी काशी के लोगों के लिए ये व्यवस्था शुरु कर दी जाएगी.
वाराणसी, भदैनी मिरर। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में काशीवासियों के लिए शुक्रवार से अलग द्वार की व्यवस्था कर दी गई. जिसका ट्रायल भी किया गया. फिलहाल अभी ये व्यवस्था नेमी श्रद्धालुओं के लिए शुरु हुई है, कुछ दिनों बाद सभी काशी के लोगों के लिए ये व्यवस्था शुरु कर दी जाएगी. मंदिर प्रशासन की ओर से लिए गए इस फैसले का श्री काशी विश्वनाथ नेमी भक्त मंडल ने स्वागत किया है. साथ ही इसी क्रम में आज भेलूपुर स्थित प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय पर दर्जनों की संख्या में पहुंचर नेमी भक्तों ने तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन सौंपने पहुंचे राम जायसवाल ने कहा कि हम लोग पिछले कई वर्षों से नियमित ब्रह्म मुहूर्त में दर्शन पूजन करते हैं, जिसको किसी भी प्रकार से बदलना उचित नहीं है. इसे लेकर आज हम सभी लोगों ने प्रधानमंत्री जन संपर्क कार्यालय पर ज्ञापन सौपा हैं. यहां से हम लोगों को आश्वासन मिला है कि आप लोगों का नियमित दर्शन पूजन जिस प्रकार से हो रहा था उसी प्रकार से होता रहेगा.
ऋषिकेश ब्रह्मचारी ने बताया कि, हम रोजाना प्रात: 4 से 5 बजे के दौरान बाबा विश्वनाथ का दर्शन करते है. मंदिर की ओर से लिया गया निर्णय स्वागत योग्य है, लेकिन हम नेमियों के दर्शन-पूजन में इस निर्णय से किसी प्रकार की अड़चन ना आए इसके लिए आज हम यहां पीएम कार्यालय ज्ञापन देने आए है. नेमी भक्तों ने बताया कि दर्शन पूजन को लेकर हम लोगों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कमिश्नर और मुख्य कार्यपालक को ज्ञापन सौंप चुके हैं.
वहीं दूसरी ओर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के CEO विश्व भूषण मिश्र का बयान सामने आया है, उन्होंने कहा कि शुक्रवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में बनारस के लोगों का रिहर्सल किया गया, लेकिन, बारिश की वजह से रिहर्सल पूरा नहीं हो पाया था, इसलिए, रिहर्सल को शनिवार की भोर में किया गया. अब शाम को भी रिहर्सल किया जाएगा. आज दूसरा ट्रायल सफल होने के बाद अब काशी के लोकल लोगों को पूरे सावन और आगे भी ऐसे मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा. ये व्यवस्था स्थाई रहेगी. 22 जुलाई से 19 अगस्त के बीच सावन के 5 सोमवार हैं. इस दिन भी यही व्यवस्था लागू होगी. इसमें कोई बदलाव नहीं होगा.
उन्होंने नेमी दर्शनार्थियों से कहा कि आप लोग भ्रमित ना हो आपके दर्शन-पूजन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, जो जैसे चल रहा वैसे ही जारी रहेगा.