रेप के आरोपी सांसद अतुल राय और सुजीत सिंह बेलवा पर लगा गैंगेस्टर, मिर्जापुर जेल में बंद सुजीत पर दर्ज है करीब 40 मुकदमें...
वाराणसी,भदैनी मिरर। रेप के आरोप में जेल में बंद बीएसपी सांसद अतुल राय की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। रेप पीड़िता के आत्मघाती कदम उठाए जाने के बाद वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस और शासन की भृकुटि टेढ़ी है। एक के बाद एक पुलिसिया कार्यवाही से नैनी जेल में बन्द सांसद की मुश्किलें बढ़ गई है।शनिवार को लंका थाने में बीएसपी सांसद अतुल राय पर कमिश्नरेट पुलिस ने गैंगेस्टर की कार्यवाही की है। अतुल राय के साथ सुजीत सिंह बेलवा के खिलाफ लंका थाने में गैंगेस्टर एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
8 मामलों में दोषमुक्त तो एक मुदकमें में लगी है FR
पुलिस रिकार्ड में अब तक बीएसपी सांसद अतुल राय के ऊपर भी कुल 23 मुकदमें पंजीकृत हुए है। पहला मुकदमा कोतवाली पुलिस ने वर्ष 2003 में दर्ज किया था, जिसमें वह दोषमुक्त हो गये है। ऐसे ही कुल आठ मामलों में अतुल राय को कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया है। जबकि, वर्ष 2018 में कैंट थाने में दर्ज एक मामलें में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट (FR) लगाया है। अतुल राय पर दर्ज 10 मुकदमें न्यायालय में विचाराधीन है, जबकि लंका थाने में दर्ज रेप मामलें में अभी विवेचना प्रचलित है। अतुल राय मंडुवाडीह थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है।
बेलवा पर है करीब 40 मुकदमें
मिर्जापुर जेल में बंद सुजीत सिंह बेलवा कोई छोटा अपराधी नहीं है। फूलपुर के बेलवा का रहने वाला सुजीत सिंह के खिलाफ कमिश्नरेट और ग्रामीण के करीब 10 थानों में मुकदमें पंजीकृत है। भले ही अब उसे राजनैतिक लोगों का सहयोग हो, उसके ऊपर सबसे पहले फूलपुर पुलिस ने गुंडा एक्ट की कार्यवाही वर्ष 1994 में की है। सुजीत सिंह बेलवा पर हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, चोरी, एनडीपीएस एक्ट में करीब 40 मुदकमें पंजीकृत है।
अपराधियों पर है पैनी नजर
सीपी ए. सतीश गणेश ने बताया कि कमिश्नरेट पुलिस अपराधियों पर पैनी नजर रख रही है। अपराधियों पर प्रभावी कार्यवाही के लिए गैंगेस्टर में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। दोनों के करीबी भी पुलिस की कार्यवाही की जद में आएंगे। कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बने किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।