विकसित भारत संकल्प यात्रा में बोले PM मोदी यह मेरे कार्यों की है कसौटी, 4 करोड़ परिवारों को मिला पक्का घर...
दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी का काशीवासियों ने बाहें खोलकर पीएम का स्वागत किया. पीएम अपने पहले दिन के पहले कार्यक्रम में कटिंग मेमोरियल स्कूल पहुंचे. कटिंग मेमोरियल ग्राउंड में पहुंचकर आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए.
वाराणसी, भदैनी मिरर। दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी का काशीवासियों ने बाहें खोलकर पीएम का स्वागत किया. पीएम अपने पहले दिन के पहले कार्यक्रम में कटिंग मेमोरियल स्कूल पहुंचे. कटिंग मेमोरियल ग्राउंड में पहुंचकर आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए.
पीएम ने भारत के भविष्य से जुड़े कुछ सवाल पूछे और बच्चों ने दिया. इस दौरान बच्चे काफी उत्साहित रहे. पीएम के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां कटिंग मेमोरियल ग्राउंड में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में लगाये गये विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित स्टॉल पर जाकर उनका अवलोकन किया. पीएम ने छोटे-छोटे बच्चों से संवाद भी किया. पीएम ने बच्चों से सवाल पूछे तो नौनिहालों ने बड़ी खुशी से जवाब दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान भारत योजना, उज्ज्वला योजना, पीएम स्वनिधि योजना, मुद्रा योजना आदि के स्टॉल पर जाकर लाभार्थियों से संवाद स्थापित किया. उन्होंने लाभार्थियों से योजनाओं के बारे में फीडबैक भी लिया.
प्रधानमंत्री का काफिला वाराणसी पहुंचने पर जगह-जगह लोगों ने उनका स्वागत किया. पीएम के फ्लीट पर लोगों ने गुलाब की पंखुडियां भी बरसाईं. नदेसर स्थित कटिंग मेमोरियल पहुंचने पर पीएम के काफिले के सामने एक एम्बुलेंस आ गई. पीएम ने अपना काफिला किनारे कर रुकवाकर एम्बुलेंस को रास्ता दिया. पीएम के इस निर्णय का सभी तारीफ़ें हो रही है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
पीएम मोदी अवलोकन के बाद जनता को संबोधित भी किया. कहा की विकसित भारत संकल्प यात्रा मेरे कामों की कसौटी है. मैं आज यहां आपके सांसद के रुप में मौजदू हूं. मैं देखना चाहता था कि जो सरकार की योजनाएं हैं, जिनको मिला है उनसे सुने कि क्या-क्या मिला कैसे मिला, प्राप्त करने में कोई कठिनाई तो नहीं हुई? कोई रिश्वत तो नहीं देनी पड़ी? जितना कहे था उतना मिला कि कम मिला. पीएम ने कहा की यह मेरी एग्जामिनेशन है कि मैंने जो कहा था और जो मैं काम कर रहा था मैं आपके मुंह से सुनना चाहता था और देश भर से सुनना चाहता हूं की जैसा मैंने चाहा था वैसा हुआ है कि नहीं हुआ है. जिसके लिए होना चाहिए था उसके लिए हुआ है कि नहीं हुआ है. जो काम होना चाहिए था वह हुआ कि नहीं हुआ.
लाभार्थियों से सुनकर सरकारी मुलाजिमों को मिलता है संतोष
पीएम ने कहा की जब कोई लाभ्यार्थी कहता है की योजनाओं के लाभ से जीवन बदल गया है तो मुझे तो आशीर्वाद मिलता है लेकिन जो सरकार में बाबू लोग है ना...अफसर लोग हैं... जो फाइल पर तो योजना आगे बढ़ाते हैं, अच्छी योजना बनाते हैं, पैसे भी रवाना कर देते हैं लेकिन वहां उनका काम पूरा हो जाता है! की चलो यह योजना 50 लोगों को मिलना था मिल गया, 100 लोगों को मिलना था मिल गया, 1000 गांव में जाना था चला गया. लेकिन जब वह यह बात सुनता है कि उसने कभी फाइल पर काम किया था उसके कारण अमुक व्यक्ति की जिंदगी बच गई तो जो अफसर होता है ना...उसका भी काम करने का उत्साह अनेक गुना बढ़ जाता है, उसको संतोष मिलता है जब तक वह कागज में काम करता है. उसको लगता है मैं सरकारी काम कर रहा हूं, लेकिन जब उसे काम का फायदा किसी को मिला है उसको जब वह खुद देखता और सुनता है तो उसको काम करने का उत्साह बढ़ जाता है. भारत संकल्प यात्रा जहां-जहां गई है वहां पर सरकारी अफसरों पर सकारात्मक प्रभाव हुआ है.
गरीबी हटाओ नारे से नहीं काम से जायेगी
पीएम ने बातों ही बातों में विपक्ष पर निशाना भी साधा. कहा की सरकारें बहुत बनी, आई और गईं भी. आज 4 करोड़ परिवारों को छत मिल गया है, जो बचे है उन्हे आगे मिल जायेगा यह मोदी की गारंटी है. पीएम ने कहा की गरीबी हटाओ नारे से गरीबी नहीं हटती, काम करने से और संकल्प से हटेगी. पीएम ने कहा की अब जरूरतमंदों को सरकार के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है. सरकार को सामने से जाकर के काम करना चाहिए जो हो रहा है.
देश हमारा है यह अनुभव होना चाहिए
पीएम ने कहा की जबसे आपने मुझे काम सौंपा है, तब से योजनाओं का निरंतर लाभ आपको मिल रहा है इसका प्रमाण जनता खुद दे रही है. पीएम ने कहा की मेरी कोशिश को हर एक नागरिक को यह एहसास हो कि बैंक, अस्पताल, सरकारी ऑफिस मेरी है. अफसर आगे से चलकर जरूरतमंदों तक पहुंचे और मदद करें. यह जब होता है तो देश के लिए कुछ करने की इच्छा जाग जाती है.