7 दिनों में PK उगल देगा राज: NEET-UG के सॉल्वर गैंग का है सरगना, पुलिस को मिली रिमांड ...
PK will reveal the secret in 7 days the leader of the solver gang of NEET-UG the police got the remand 7 दिनों में PK उगल देगा राज: NEET-UG के सॉल्वर गैंग का है सरगना, पुलिस को मिली रिमांड ...
वाराणसी, भदैनी मिरर। NEET-UG में धांधली करने वाले सॉल्वर गैंग के सरगना 1 लाख का इनामिया नीलेश उर्फ PK को कमिश्नरेट ने गिरफ्तार करने के बाद पुलिस कस्टडी रिमांड न्यायलय द्वारा स्वीकृत कर शनिवार को सात दिन के लिए रिमांड पर ले लिया है। बता दें कि पुलिस ने सारनाथ रिंग रोड फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया है, पुलिस ने PK के साथ उसके बहनोई रितेश कुमार सिंह को भी धर दबोचा था। मूल रुप से सिंदुआर, एकमा सारण छपरा निवासी PK पिता कमलवंश नारायण सिंह के उद्योग विभाग से वर्ष 1990 में सेवानिवृत्त होने के बाद टेलीफोन एक्सचेंज रोड पाटलिपुत्र पटना में बस गया था।
पुलिस इस गैंग से जुड़ी सारी जानकारियां और अन्य सदस्यों के बारे में विस्तृत विवरण हासिल करेगी। पूछताछ के लिए टीम भी गठित की गई है। इस टीम में एडीसीपी वरुणा, एसीपी सारनाथ के साथ कई पुलिस अधिकारी होंगे। नीट परीक्षा धांधली मामले में सिविल जज (जूनियर डिवीजन)/न्यायिक मजिस्ट्रेट एफटीसी (प्रथम) शक्ति सिंह की अदालत ने जेल में निरुद्ध आरोपित नीलेश कुमार उर्फ पीके उर्फ प्रेम कुमार को सात दिन के लिए पुलिस में देने का आदेश दिया है।
सब इंस्पेक्टर सूरज कुमार तिवारी ने की थी अपील
विवेचक सब इंस्पेक्टर सूरज कुमार तिवारी ने अभियोग से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बरामदगी और अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पटना जिला के दीघा थाना क्षेत्र निवासी आरोपित निलेश कुमार को पुलिस कस्टडी में देने की अदालत से अपील की थी। बता दें कि नीट धांधली मामले में साल्वर गैंग के प्रमुख सरगना पीके उर्फ निलेश कुमार उर्फ प्रेम कुमार को पुलिस ने 18 नवंबर को गिरफ्तार किया था। 19 नवंबर को अदालत में पेश किए जाने पर उसे 14 दिन के न्यायिक हिरासत में उसे जेल भेज दिया गया था।
शुक्रवार को कोर्ट में किया गया था पेश
नीट परीक्षा में धांधली का प्रयास करने वाले साल्वर गिरोह के सरगना नीलेश सिंह उर्फ प्रेम कुमार उर्फ पीके व उसके बहनोई को सारनाथ पुलिस ने शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा में अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन-प्रथम) की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इससे पूर्व पुलिस ने दोनों का चिरईगांव पीएचसी पर मेडिकल परीक्षण कराया। इस दौरान पीके ने चिकित्सक के समक्ष अपने को गंभीर बीमारी से ग्रसित होने की बात कही। पुलिस अब सरगना को पूछताछ व अन्य साक्ष्यों के संकलन के लिए रिमांड पर लेगी।