13 दिन पहले ही उठा था मासूम कृष्णा के सिर से पिता का साया, तीन मौत से टूटा मां निशा पर दुखों का पहाड़...

फूलपुर के राय तारा गांव में सगे चाचा द्वारा ढाई साल के बच्चे का अपहरण करके कुएं में फेंककर हत्या की वजह जयजाद रही.

13 दिन पहले ही उठा था मासूम कृष्णा के सिर से पिता का साया, तीन मौत से टूटा मां निशा पर दुखों का पहाड़...

वाराणसी, भदैनी मिरर। फूलपुर के राय तारा गांव में सगे चाचा द्वारा ढाई साल के बच्चे का अपहरण करके कुएं में फेंककर हत्या की वजह जयजाद रही. घटना के बाद उसकी मां निशा का रो-रोकर बुरा हाल है. मां निशा का कहना था... मेरे जीने का सहारा ही खत्म हो गया! आरोपी सगे चाचा बाबूलाल के निशानदेही पर जब पुलिस ने मासूम कृष्णा का शव कुएं से बरामद किया तब से मां निशा के आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है. उधर, निशा का विलाप सुनकर पूरे गांव के लोगों की आंखे डबडबा गई है.

20 दिन में तीसरी मौत

घटना के बाद निशा फुटफुटकर रो रहीं है. परिवारजनों ने बताया की निशा के साथ 20 दिन के अंदर यह तीसरी घटना है. पहली घटना 30 सितंबर को हुई जब निशा ने बच्चे को जन्म दिया. जन्म के अगले ही दिन नवजात की मृत्यु हो गई. निशा पर दुख का पहाड़ तो तब टूटा जब 7 अक्टूबर को निशा के पति और कृष्णा के पिता भैया लाल की लकवा लगने से अचानक मौत हो गई. अब जायजाद के लालच में सगे चाचा बाबूलाल ने दादा के विस्तर पर सो रहे ढाई साल के मासूम को 19 अक्टूबर की भोर में अपहरण करके कुएं में फेंककर मौत के घाट उतार दिया. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है.

बड़े बेटे को लकवा मारने के बाद बिखरने लगा परिवार

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कृष्णा के दादा किशोरी लाल  खाद्य विभाग वाराणसी में ड्राइवर पद से लगभग 15 वर्ष  पूर्व रिटायर्ड हुए थे. रिटायरमेंट के बाद 4 विस्वा में मकान बनवाएं. परिवार ठीक ठाक से चल रहा था, 2021 तक सब अच्छा रहा मगर 2021 में बड़े बेटे भैयालाल को लकवा मार दिया. किशोरी के छोटे बेटे बाबूलाल के दिमाग मे पूरी संम्पति हड़पने का कुचक्र चलने लगा और भाई व पिता से अलग रहने लगा था.बड़े बेटे भैयालाल की 7 अक्टूबर  2023 को मौत हो गयी. घटना को अभी 13 दिन भी नही बिता कि इसके पूर्व  इकलौते बेटे कृष्ण कुमार को सगे चाचा बाबूलाल ने जिंदा कुएं में फेक कर हत्या कर दी. पारिवारिक लोगों ने बताया की बाबूलाल पिता के पेंशन में बटवारा करके अपना  जीवन यापन कर रहा था.