अब गुरु पूर्णिमा की तैयारी में जुटा जिला प्रशासन, होती है इन आश्रमों में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़...

अब गुरु पूर्णिमा की तैयारी में जुटा जिला प्रशासन, होती है इन आश्रमों में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़...

वाराणसी, भदैनी मिरर। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को वेदो व्यास जी के धरती अवतरण पर गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 24 जुलाई को मनाया जाएगा। धर्म नगरी काशी में इसकी विशेष मान्यता है। हमारे पुराणों में भी गुरु का स्थान देवताओं से ऊपर है, मान्यता है कि गुरु ही धरती पर शिष्य के कर्मों को सतपथ पर लेकर जाता है। गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती और गुरु ही ईश्वर के मार्ग को बताता है। इन्ही मान्यताओं से गुरु पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।


गुरु पर्वो को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरु कर दी है। गुरुवार को  अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) विकास चन्द्र त्रिपाठी , एडीएम सिटी गुलाब चन्द , एसीपी भेलूपुर व एसीपी कोतवाली के साथ आश्रम गढ़वाघाट मठ लंका , बाबा कीनाराम मठ भेलूपुर और श्री अवधूत राम आश्रम पड़ाव रामनगर का भ्रमण किया। इस दौरान मठ-आश्रमों के प्रबंधकों से कोविड गाइडलाइन का पालन कराने को लेकर चर्चा की। इस दौरान बाबा कीनाराम मठ भेलूपुर ने बताया कि इस वर्ष भी श्रद्धालुओं को घर से ही पूजा करने और गुरु पर्व को मनाने की अपील की गई है, श्रद्धालुओं को आश्रम न आने की सलाह दी गई है।


इन गुरुओं के दर्शन को उमड़ती है भीड़


-अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम पड़ाव पर गुरुपद संभव राम जी, कीनाराम अघोरपीठ के गुरुपद सिद्धार्थ गौतम राम जी, सतुआ बाबा आश्रम के महामंडलेश्वर संतोष दास का दर्शन, गड़वाघाट आश्रम

-अघोरपीठ बाबा कीना के दर्शन के ल‍िए देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु वाराणसी आए हैं। मान्यता है क‍ि कुंड में स्नान करने से व्याधियां दूर हो जाती हैं और बिना गुरु ज्ञान के इंसान पशु के समान है।