सात सालों से वांटेड कुख्यात बदमाश प्रशांत सिंह को जौनपुर पुलिस ने मार गिराया, दर्ज थे 37 मुकदमें...
लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही पुलिस एक्शन में आ गई है. पिछले सात सालों से वांटेड चल रहे अपराधी प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस को उसके अंजाम तक पहुंचा दिया है. प्रशांत सरायख्वजा का रहने वाला था.मुठभेड़ के दौरान प्रशांत का एक साथी मौके से फरार हो गया है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है.
जौनपुर, भदैनी मिरर। लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही पुलिस एक्शन में आ गई है. पिछले सात सालों से वांटेड चल रहे अपराधी प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस को उसके अंजाम तक पहुंचा दिया है. प्रशांत सरायख्वजा का रहने वाला था.मुठभेड़ के दौरान प्रशांत का एक साथी मौके से फरार हो गया है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है.
37 मुकदमें थे दर्ज
पुलिस कप्तान जौनपुर अजय पाल ने बताया कि जौनपुर के खेतासराय में सूचना के आधार पर पुलिस टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इस दौरान रोकने पर बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी. जिसके बाद आसपास के थानों से पुलिस को मौके पर बुलाया गया. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस घायल हो गया. जिसे अस्पताल लेकर जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
पुलिस कप्तान ने बताया कि प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित था. जो हत्या, डकैती, लूट और गैंगस्टर के मामले में वांछित था. इसके ऊपर जौनपुर, अयोध्या, आजमगढ़ और महाराष्ट्र में कुल 37 आपराधिक मुकदमें दर्ज थे.
पत्रकार हत्याकांड के बाद से थी तलाश
पुलिस सूत्रों की मानें तो पिछले दिनों पत्रकार और नेता आशुतोष श्रीवास्तव की हुई हत्या में भी प्रिंस और उसके साथियों का नाम आया था. जिसके बाद पुलिस कप्तान ने नाराजगी जताते हुए उसकी तलाश के लिए पुलिस टीमें लगाई थी. प्रिंस जौनपुर पुलिस के लिए 7 सालों से सिरदर्द बना हुआ था. मुठभेड़ के बाद पुलिस को प्रिंस के पास से 9 एमएम के दो असलहे और एक बाइक बरामद हुई है.